सोनीपत, 8 अगस्त (हप्र)
कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) पर गांव बढ़मलिक के पास से हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) की टीम में नशे में प्रयोग होने वाली प्रतिबंधित दवाओं की खेप पकड़ी है। पुलिस ने दवाओं से भरे कंटेनर को लावारिस हालत में पकड़ा है। उसके अंदर 76.80 लाख रुपये कीमत की नशे में प्रयोग होने वाली दवाएं बरामद हुई हैं। पुलिस ने मामले में मूलरूप से झज्जर के गांव गोच्छी जितेंद्र व बेरी निवासी सुधीर को गिरफ्तार किया है। दवाओं को त्रिपुरा भेजा जाना था।
एचएसएनसीबी, रोहतक की टीम में नियुक्त जयबीर सिंह ने राई थाना पुलिस को बताया कि वह बुधवार रात टीम के साथ बीसवां मील के पास मौजूद थे। इसी दौरान सूचना मिली कि नशे में प्रयोग होने वाली प्रतिबंधित दवाओं से भरा कंटेनर लावारिस हालत में गांव बढ़मलिक के पास केएमपी पर खड़ा है। जानकारी मिली कि कंटेनर सुधीर और जितेंद्र का है। एसीपी क्राइम ब्रांच राजपाल सिंह को दी और मौके पर बुलाया। उनकी व फोटोग्राफर की मौजूदगी में कंटेनर को खोला गया तो उसके अंदर से प्लॉस्टिक के 200 बोरे बरामद हुए। जांच करने पर उनके डायरेक्टर पान मसाला के पैकेट व अन्य सामान के कॉर्टन मिले। कंटेनर के अंदर 384 गत्ता पेटियां मिली। इनमें 38,400 कोडीन फास्फेट कफ सिरप मिला। इनका प्रयोग नशे में होता है। प्रत्येक गत्ता पेटी में 100 शीशी मिली। पुलिस ने इनपुट के आधार पर आरोपी सुधीर व जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। गिरोह के सदस्यों का अलग-अलग काम
एचएसएनसीबी इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में पता लगा कि गिरोह में 6-7 सदस्य हैं। आरोपियों ने शुरुआती पूछताछ में बताया है कि सभी के अलग-अलग काम है। एक गाड़ी की व्यवस्था करता है। दो अन्य प्रतिबंधित दवा लेकर आने के बाद दिल्ली के अलीपुर में स्टॉक करते है। उसे त्रिपुरा में सप्लाई करता है। वह जिस रूट से गाड़ी लेकर जाते हैं इसकी जानकारी अन्य सदस्यों तक को नहीं देते।
”नशे में प्रयोग होने वाली प्रतिबंधित दवाओं की खेप केएमपी से जाने का पता लगा था। जिस पर पहले दवाओं की खेप पकड़ी गई। बाद में मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। ”
-इंस्पेक्टर पवन कुमार, एचएसएनसीबी रोहतक