शिमला (हप्र) : मिनी रत्न सतलुज जल विद्युत निगम, एसजेवीएन ने अपनी 90 मेगावाट ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना को वीरवार को सफलतापूर्वक कमीशन कर दिया। इस परियोजना का निष्पादन एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी ग्रीन एनर्जी द्वारा किया गया है। परियोजना के कमीशन होने पर एसजेवीएन की कुल स्थापित क्षमता बढ़कर 2466.50 मेगावाट हो गई है। 90 मेगावाट ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क में स्थित है। यह पार्क भारत का सबसे बड़ा सोलर पार्क है। यह परियोजना मध्य एवं उत्तर भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजनाओं में से एक है। परियोजना के कमीशन होने के साथ ही एसजेवीएन ने फ्लोटिंग सोलर पावर सेगमेंट में प्रवेश कर लिया है। इस परियोजना को 646.20 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है और इससे प्रथम वर्ष में 196.5 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन होने की उम्मीद है। 25 वर्षों की अवधि में अनुमानित संचयी बिजली उत्पादन 4629.3 मिलियन यूनिट होगा। इस परियोजना से एसजेवीएन के राजस्व में 64 करोड़ रुपए की वृद्धि होगी। कमीशन होने पर यह परियोजना 2.3 लाख टन कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी और वर्ष 2070 तक भारत सरकार के शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह परियोजना जल वाष्पीकरण को कम करके जल संरक्षण में भी सहायक होगी।