संगरूर, 9 अगस्त (निस)
किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों और मजदूरों के परिवार के सदस्यों को कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने सुनाम हलके के परिवारों के 6 सदस्यों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति-पत्र सौंपे। इस अवसर पर अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार जहां राज्य के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात भरपूर प्रयास कर रही है, वहीं अपनी जान गंवाने वाले जरूरतमंद परिवारों की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भी प्रयास कर रही है। किसान आंदोलन के दौरान मृत किसानों और मजदूरों के आश्रितों को उनकी योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी प्रदान कर रही है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान दुनिया से चले जाने वालों की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पीड़ितों के दर्द को महसूस करते हुए पीड़ित परिवारों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले सुनाम ऊधम सिंह वाला विधानसभा क्षेत्र से संबंधित 14 पीड़ित परिवारों के वारिसों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति-पत्र प्रदान किए जा चुके हैं। इस मौके पर तहसीलदार समित ढिल्लों, चेयरमैन मार्केट कमेटी सुनाम मुकेश जुनेजा, चेयरमैन मार्केट कमेटी चीमा गीति मान, ब्लॉक अध्यक्ष साहिब सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष गुरचरण सिंह, राज सिंह, गुरदीप सिंह दीपा भी मौजूद थे।
20 हजार ट्यूबवैल सौर ऊर्जा से चलेंगे : अमन
पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में 20 हजार कृषि ट्यूबवैल सौर ऊर्जा से चलेंगे, इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सरकार जल्द ही पोर्टल खोलेगी और लोग इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। इस संबंध में अमन अरोड़ा ने कहा कि सौर व पवन ऊर्जा हरित ऊर्जा की श्रेणी में आती है और हरित ऊर्जा ही दुनिया का भविष्य है। पंजाब ने 2030 तक मौजूदा सौर ऊर्जा क्षमता को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। सरकार प्रदूषण फैलाने वाली तापीय ऊर्जा को कम करने को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि पंजाब में 333 पावरग्रिडों का चयन किया गया है और इस ग्रिड पर 4-4 मेगावाट की 66 परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी।
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार के खिलाफ दिया धरना
बरनाला (निस) : शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र की भाजपा सरकार तथा कार्पोरेट घरानों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस मौके पर किसान रिलायंस पेट्रोल पंप पर एकत्र हुए तथा जमकर अपनी भड़ास निकाली। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार जनता को कार्पोरेट घरानों का गुलाम बना रही है। आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में कार्पोरेट घरानों के खिलाफ धरने दिए जा रहे हैं। इसी के तहत बरनाला के गांव संघेड़ा में रिलायंस कंपनी के पेट्रोल पंप के सामने धरना दिया गया है। किसानों ने कहा कि दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा के साथ वादे किए थे कि उनकी सभी मांगों को मान लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। आज लगभग 2 साल हो गए लेकिन किसानों की अधिकतर मांगें मानी नहीं गई हैं। जब किसान मांगों को लेकर दिल्ली जाने लगे तो हरियाणा बार्डर पर उनके रास्ते में बाधाएं लगा दी गईं। उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए जिसमें युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई थी, उसके बाद से किसान वहीं पर डटे हुए हैं।