राजपुरा, 9 अगस्त (निस)
सील फैक्टरी की खाली पड़ी जमीन किसानों को वापस दिलाने के लिये पिछले लम्बे समय से सघंर्ष कर रही उजाड़ा रोकू संघर्ष कमेटी को उस समय और ताकत मिल गई जब सयुंक्त किसान मोर्चा की एक दर्जन से ज्यादा जत्थेबंदियां उनके समर्थन में उतर आई और लघु सचिवालय राजपुरा के दफ्तर के बाहर धरना देकर नारेबाजी। बाद में एसडीएम राजपुरा को मांग-पत्र भी सौंपा। इस मौके पर भारतीय किसान मोर्चा लक्खोवाल से दलजीत सिंह चक्क, गुरमीत सिंह दितू पुर ने बताया कि यह प्रदर्शन संयुुक्त किसान मोर्चा की ओर से ‘कारपोरेट भगाओ देश बचाओ’ के तहत किया गया है जिसमें आल इंडिया किसान फेडरेशन, क्रांतिकारी किसान यूनियन पंंजाब, शहीद भगत लोक हित कमेटी, जम्हूरी किसान सभा, कुल हिंद किसान सभा, सीटू, भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल, कुदरती खेती मिशन, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल, किरती किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि 1993 में पिछली सरकार के समय आठ गांवों को उजाड़ कर किसानों की 1100 एकड़ जमीन कारपोरेट घरानों को दी थी लेकिन लोगों के विरोध के बाद 488 एकड़ से ज्यादा जमीन की नोटिफाई कर दी गई क्योंकि कम्पनी यह मानती थी कि इतनी जमीन को विकसित करना उसकी पहुंच से बाहर है। इस मौके पर डा. दर्शनपाल क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब, गुरमीत सिंह दितूपुर, सुखविंदर सिंह तुलेवाल, सुखविंदर सिंह लाली, तेजिंदर सिंह हाशमपुर, दविंदर सिंह पुनिया, जसवीर सिंह, बबू खराजपुर, लखविंदर सिंह, गुरमीत सिंह, नायब सिंह सीटू, रजिंदर सिंह, गुरबिंदर सिंह धुमां सहित अन्य कई किसान जत्थेबंदियों के नेता मौजूद थे।