चंडीगढ़, 9 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने एचसीएस अधिकारी वत्सल वशिष्ठ को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) में ओएसडी पद से हटा दिया है। विगत दिवस ही उनके नियुक्ति आदेश दिए थे। एचसीएस भर्ती मामले में चार्जशीट चल रहे वत्स की पोस्टिंग पर विपक्ष ने सवाल उठाए थे। चौटाला सरकार के समय 2001 में हुई एचसीएस भर्ती मामले में वत्सल वशिष्ठ पर आरोप लग चुके हैं। बृहस्पतिवार को वत्सल वशिष्ठ को चयन आयोग का ओएसडी नियुक्त किया था।
शुक्रवार को राजनीतिक गलियारों में यह मामला सुर्खियों में आ गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस नियुक्ति पर राज्य सरकार के बिना पर्ची-बिना खर्ची वाले दावे पर भी चुटकी ली। शाम को ही वशिष्ठ को ओएसडी पद से हटाने और उनकी जगह नियुक्ति आदेश का इंतजार कर रहे एचसीएस अधिकारी शम्भू की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए। दरअसल, वत्सल वशिष्ठ 2001-2002 एचसीएस भर्ती मामले में चार्जशीट हैं। आयोग में नियुक्ति से पहले वे हरियाणा सेवा का अधिकार आयोग के सचिव के रूप में कार्यरत थे। उन्हें ओएसडी की अतिरिक्त तौर पर जिम्मेदारी दी थी। जुलाई 2023 में एंटी करप्शन ब्यूरो ने चौटाला सरकार के समय हुई एचसीएस भर्ती मामले में हिसार की एक अदालत में वशिष्ठ व अन्य कई अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। इसमें खुलासा किया गया एचसीएस (कार्यकारी शाखा) में चयनित वशिष्ठ को लिखित परीक्षा में 750 में से 507 अंक और साक्षात्कार में 100 में से 92 अंक दिए गए।
इस बीच सरकार ने शुक्रवार को 5 आईएएस और 2 एचसीएस अधिकारियों के तबादले एवं नियुक्ित आदेश जारी किए।