अम्बाला शहर, 10 अगस्त (हप्र)
फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन कुलभूषण शर्मा द्वारा अम्बाला शहर की अनाज मंडी में आयोजित शिक्षक महा-आक्रोश रैली में उमड़ी शिक्षकों की भीड़ ने साबित कर दिया कि सरकार को स्कूलों की मांगों की तरफ ध्यान देना होगा। शनिवार को अंबाला शहर की नयी अनाज मंडी में बना शैड प्रदेशभर से आए शिक्षकों से पूरी तरह भरा हुआ नजर आया।
रैली को संबोधित करते हुए कुलभूषण शर्मा ने कहा कि अम्बाला की ऐतिहासिक धरती पर इतनी भारी संख्या में शिक्षकों ने पहुंचकर साबित कर दिया है कि वे सरकार से अपना हक लेना जानते हैं। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल संचालकों व शिक्षकों को यदि 20 अगस्त तक उनका हक नहीं दिया गया तो उसके बाद सभी सांसदों व विधायकों से मिलकर ज्ञापन दिया जाएगा। यदि फिर भी स्कूलों की समस्याओं को हल नहीं किया गया तो वोट की चोट दी जाएगी। कुलभूषण शर्मा ने दो टूक कहा कि सरकार इसे अनुरोध समझे या फिर धमकी, वे सरकार से पूरी 55 मांगें मनवाएंगे। यदि इस सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो आने वाली सरकार उनकी मांगे मानेगी।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में प्रदेश के निजी स्कूल संचालकों से बात करने के बाद सामने आया है कि करीब 55 समस्याओं से निजी स्कूल संचालक परेशान हैं। इन परेशानियों को लेकर लगातार सरकार से इन्हें दूर करने की मांग की जाती रही है लेकिन सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस मौके पर उन्होंने सभी 55 मांगों का विस्तार से जिक्र किया।
इस अवसर पर महासचिव बलेदव सैनी, वरुण जैन, कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, मुख्य सरंक्षण विजय टिटौली, मुख्य सलाहकार नरेश बराड़, तरसेम जिंदल, बीडी गाबा सरंक्षक, उपाध्यक्ष राजेश मुंजाल, अमित मेहता, जितेंद्र ढांडा, देसराज, सचिव कुलदीप शर्मा, जयबीर संधु, दीपक नारंग, दिनेश जोशी, महिपाल कौशिक, रविंद्र सहरावत, कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र सैनी, राजेश मदान, रणधीर सैनी, भूपेंद्र जैन, नरेश राठी, प्रदीप, अंबाला जिला प्रधान पीके सिंह, विशाल चुग, इंद्रदीप मेहता सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।