टोहाना, 10 अगस्त (निस)
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि भावी पीढ़ी को शुद्ध भोजन, जल और हवा उपलब्ध करवानी है तो प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा। हरियाणा के बहुत से किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और इससे उन्हें लाभ भी मिल रहा है। यह बात गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने रतिया रोड पर स्थित एक पैलेस में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित प्राकृतिक खेती पर किसान संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला ने की व रतिया विधायक लक्ष्मण नापा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में संवाद कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह किसान कल्याण नीति है। पहली बार किसी ने ऐसा कार्यक्रम करने की सोची है। प्राकृतिक रूप से होने वाली पैदावार ही हम सब के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। जिस प्रकार से जंगलों में प्रकृति के माध्यम से ही सब पौधे फलते-फूलते हैं, उसी प्रकार हम सब को अपने खेत में भी सभी फसलों को प्राकृतिक रूप से उगाना चाहिए। वर्तमान में चल रही नई कृषि तकनीकों के बारे में भी किसानों को अवगत करवाया जाएगा। हम सब किसानों को पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त प्राकृतिक संसाधनों को बचाते हुए बदलाव अवश्य लाना होगा। मुख्यातिथि राज्यपाल आचार्य देवव्रत और सांसद सुभाष बराला ने यहां आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
इस मौके रतिया के विधायक लक्ष्मण नापा, हरकोफेड के चेयरमैन वेद फुलां, जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा, महामंत्री रिंकुमान, एसडीएम प्रतीक हुड्डा भी मौजूद थे।