ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 11 अगस्त
लव मैरिज से खफा भाई द्वारा बहन की हत्या के बाद पुलिस द्वारा नाबालिग की मां की गिरफ्तारी के विरोध में रविवार को गांव की क्योड़क में सर्वजातीय महापंचायत हुयी, जिसमें फैसला लिया गया है कि अगर जल्द ही महिला को रिहा नहीं किया गया तो 20 अगस्त को गांव क्योड़क से जेल भरो आंदोलन शुरू कर देंगे।
रविवार को गांव क्योड़क में राव सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में महापंचायत हुई, जिसमें लिए गए फैसले का सभी ने समर्थन किया। महापंचायत में गांव खुराना के सरपंच राधा कृष्ण ने कहा कि इस मामले में क्योड़क के साथ उनके गांव की 36 बिरादरी साथ देगी। अगर जल्द ही नाबालिग की मां अमिता को रिहा नहीं किया गया तो किसान आंदोलन से भी बड़ा आंदोलन होगा। पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है। जांच तो चलती रहती है। यह जांच का विषय नहीं है। यह गांव की इज्जत का सवाल है। जिला परिषद के पूर्व पार्षद भाग सिंह खनोदा ने कहा रिलेशनशिप में रहने के लिए मां-बाप की गवाही जरूरी है। यह पूरा मामला गांव की इज्जत का सवाल है। बेकसूर महिला को पुलिस जानबूझकर परेशान कर रही है। करण सिंह खुराना ने कहा कि उनका गांव क्योड़क को बड़ा गांव मानता है। बड़े गांव का फैसला सारे गांव को कबूल है। उनके गांव में युवा कल्याण समिति बनाई गई है। क्योड़क की पंचायत जो ड्यूटी लगाएगी युवा उसे पूरा करेंगे। ओम प्रकाश राठी ने कहा कि पंचायत में सभी गांव के प्रमुख लोगों ने जेल भरो आंदोलन का फैसला किया है। क्योड़क शांतिप्रिय गांव है। माता अमिता को जल्द रिहा किया जाना चाहिए। कैथल पुलिस जानबूझकर गांव के लोगों को आंदोलन पर मजबूर कर रही है।
गांव के सरपंच जसबीर ने बताया कि रविवार को हुई पंचायत में विभिन्न गांव के प्रमुख लोगों और सरपंचों ने हिस्सा लिया। बैठक में 20 अगस्त से जेल भरो आंदोलन शुरू करने का फैसला किया गया है। यह अकेले क्योड़क का आंदोलन नहीं है अपितु पूरे इलाके का आंदोलन है। पुलिस को जल्द माता अमिता को रिहा कर देना चाहिए। महापंचायत में सुरेश तहसीलदार, गांव दयोरा के सरपंच बीका, कठवाड़ के सरपंच जागर सिंह, गांव घोस के सरपंच सतीश, प्रेम ग्योंग, बलवंत रागी, अनिल मीना, रणबीर सिंह, पूर्व सरपंच मोहनलाल शर्मा, नरेश आर्य ने हिस्सा लिया।