रोहतक, 12 अगस्त (निस)
कांग्रेस पार्टी ने कुरूक्षेत्र में 14 अगस्त को होने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस समारोह पर सवाल खड़े किए हैं। पंचनद स्मारक ट्रस्ट के बैनर तले होने वाले इस समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी मुख्य अतिथि होंगे। समारोह भारत के विभाजन के समय जान गंवा चुके या विस्थापित हुए लोगों की याद में मनाया जा रहा है। वर्ष 2021 में 15 अगस्त को लाल किले से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस मनाने की घोषणा की थी, इसी के चलते यह दिवस कुरूक्षेत्र में मनाया जा रहा है।
कांग्रेस विधायक भारत भूषण बतरा ने सोमवार को पूर्व मंत्री सुभाष बतरा के साथ संयुक्त प्रेस कानफ्रेंस कर अब विभाजन विभीषिका दिवस समारोह मनाने पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि विभाजन के समय हमारे पूर्वजों ने दर्द झेला और लाखों लोगों ने बलिदान दिया। वह बहुत ही भयानक मंजर था। उस मंजर को अब भूल चुके हैं लेकिन बीजेपी सरकार अब किसलिए गढ़े मुर्दे उखाड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह समारोह सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की बीजेपी सरकार ने पंजाबी समुदाय के कल्याण के लिए कोई कार्य नहीं किया।
भारत भूषण बतरा ने बताया कि 18 अगस्त को करनाल में होने वाले पंजाबी सम्मेलन में हरियाणा में पंजाबी वेलफेयर कमीशन के गठन का मुद्दा प्रमुखता से रखा जाएगा। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुभाष बतरा ने तो यहां तक कह दिया कि कुरूक्षेत्र में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस समारोह इसलिए मनाया जा रहा है क्योंकि कांग्रेस पार्टी पहले ही 18 अगस्त को करनाल में पंजाबी सम्मेलन की घोषणा कर चुकी थी।
उन्होंने कहा कि पंचनद स्मारक ट्रस्ट के नाम पर 100 करोड़ रूपए की राशि का कोई अता-पता नहीं है जबकि यह राशि स्मारक बनाने के नाम पर एकत्रित की गई थी। पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि जनसंख्या के हिसाब से पंजाबी समुदाय को विधानसभा चुनाव में 25 सीट मिलनी चाहिए। लोकसभा चुनाव में 3 सीट और राज्यसभा की एक सीट मिले।