कैथल, 12 अगस्त (हप्र)
चंदाना-सिरसा ब्रांच नहर के चंदाना हैड पर नहरी पानी के मुद्दे को लेकर कई गांवों के किसान धरने पर बैठे हैं। सोमवार को भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर घासीराम धरने को समर्थन देने के लिए पहुंचे। धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि चंदाना हैड से धमतान डिस्टीब्यूटरी में पानी एक सप्ताह चलता था। उसको बंद करके सिरसा ब्रांच में छोड़ा जा रहा था, जिसके कारण कई महीनों से कलायत और नरवाना के गांवों को नहरी पानी नहीं मिल रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से इन गांवों का पानी का हक मारकर सिरसा ब्रांच द्वारा आगे भेजा जा रहा था। फसल सूखने पर चंदाना हैड से धमतान डिस्टीब्यूटरी में किसानों ने पानी छोड़ दिया और धरना दे दिया। सोमवार को गांव ऊझाना, ढुंडवा, कुराड़, कौलेखां, लांबा खेड़ी व गुरुसर के किसान धरने पर बैठे और पहरा देना शुरू कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के महासचिव जियालाल का कहना है कि किसानों को शक है कि नहरी विभाग फिर से धमतान डिस्टीब्यूटरी का पानी बंद न कर दे। किसानों का कहना है कि सरकार का फर्ज बनता है कि जिसका जितना पानी का हक बनता है, उसे उतना हक दे। जब किसानों का पानी का हक छीना जा रहा है तो किसान खुद धरना देकर पहरा दे रहे हैं। यह सरकार किसानों को आपस में लड़वाना चाहती है, जिसे सहन नहीं करेंगे। अगर सरकार ने किसानों से जबरदस्ती करने की कोशिश की तो भाकियू कठोर कदम उठाने को मजबूर होगी।