चंडीगढ़, 12 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा में अवैध खनन से जुड़े मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई नेताओं को निशाने पर लिया है। ईडी ने अवैध खनन से जुड़े मामलों की जांच के बाद हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब के शहरों में 122 करोड़ रुपये की 145 संपत्तियों को अटैच किया है। इसमें हरियाणा के गुरुग्राम में 100 एकड़ से अधिक की कृषि भूमि भी शामिल है। ईडी की इतनी बड़ी कार्रवाई से खनन का अवैध कारोबार करने वाले लोगों, बिल्डरों व कारोबारियों में हड़कंप है।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस कार्रवाई की जानकारी अपने एक्स हेंडिल पर दी है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा यह कार्रवाई गुरुग्राम के अलावा फरीदाबाद, सोनीपत, करनाल, यमुनानगर, पंचकूला, चंडीगढ़ और पंजाब के मोहाली में की गई है। इस केस में कांग्रेस के सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार, इनेलो नेता और पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के अलावा पीएस बिल्डटेक के मालिक इंद्रपाल सिंह, करनाल के कांग्रेस नेता मनोज वधवा, कुलविंदर सिंह, अंगद सिंह मक्कड़, भूपिंदर सिंह और उनके सहयोगी को ईडी ने आरोपी बनाया है।
कांग्रेस के सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार का हरियाणा के साथ राजस्थान में भी खनन कारोबार है। चार जनवरी को ईडी की टीम ने उनके सोनीपत में सेक्टर-15 स्थित आवास पर छापेमारी की थी। खनन कारोबार की जांच को लेकर तब 36 घंटे तक जांच हुई थी, जिसके बाद खनन कारोबार में मनी लांड्रिंग की जांच के लिए टीम ने घर में रखे दस्तावेज खंगाले थे। 20 जुलाई को विधायक सुरेंद्र पंवार को ईडी ने गिरफ्तार किया था। अभी वह अंबाला की जेल में ही बंद हैं। ईडी के वकील के मुताबिक विधायक सुरेंद्र पंवार पर 25 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग ट्रायल का मामला है। विधायक के खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं। एक मामला ईडी की टीम ने दर्ज कराया है। जनवरी 2024 में यह मामला दर्ज किया गया था
उसी दिन यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के ठिकानों पर भी ईडी की टीम ने छापेमारी की थी। दिलबाग सिंह इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के समधी हैं। उनके महाराणा प्रताप चौक के पास आफिस, सेक्टर-18 में खनन एजेंसी के आफिस और कलेसर में फार्म हाउस पर जांच की गई थी। पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के करीबियों संजीव गुप्ता, इंद्रपाल सिंह उर्फ बबल के घर, ट्रांसपोर्टर गुरबाज सिंह के आफिस पर भी ईडी की टीमें पहुंची थीं। पांच दिन रेड के बाद आठ जनवरी को दिलबाग सिंह को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने दावा किया था कि रेड के दौरान दिलबाग के घर से पांच करोड़ रुपये, तीन गोल्ड बिस्किट, विदेश में बनाई कई संपत्तियों के कागजात, पांच विदेशी राइफलें और 300 कारतूस व अन्य चीजें मिली थीं।