पलवल, 13 अगस्त(हप्र)
पलवल के श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की स्किल यूनिवर्सिटी कैटेगरी में दूसरा रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया है। केवल 8 साल की विकास यात्रा में इस मुकाम पर पहुंचने वाला यह पहला विश्वविद्यालय बन गया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा यह रैंकिंग जारी किए जाने पर विवि में जश्न का माहौल है। सभी ने इस उपलब्धि का श्रेय श्री विश्वकर्मा कौशल विवि के संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू की नेतृत्व क्षमता को दिया। डॉ. राज नेहरू कहा कि यह सभी शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों की अथक मेहनत का परिणाम है। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा को सभी डीन और विभागाध्यक्षों ने बधाई दी और भविष्य के लिए और बड़े लक्ष्य अर्जित करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि बहुत ही गौरवपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भविष्य में हम नंबर वन रैंक के लिए तैयारी करेंगे। उन्होंने कहा कि बतौर कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कौशल शिक्षा का मॉडल पूरे देश को दिया है। आज देश भर से दूसरे राज्य भी उच्च शिक्षा में कौशल के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विवि का अनुसरण कर रहे हैं।
इस अवसर पर विवि के अकादमिक अधिष्ठाता प्रो. आरएस राठौड़, डीन प्रो. ऋषिपाल, डीन प्रो. आशीष श्रीवास्तव, डीन प्रो. कुलवंत सिंह, डीन प्रो. ऊषा बत्रा, डीन प्रो. जॉय कुरियाकोजे, प्रो. एके वाटल, उपकुलसचिव डॉ. ललित शर्मा, उपकुल सचिव चंचल भारद्वाज, उप-कुलसचिव अंजू मलिक, डॉ. श्रुति गुप्ता, डॉ. संजय सिंह राठौर, डॉ. समर्थ सिंह, डॉ. सविता शर्मा, निदेशक डॉ. मनी कंवर सिंह और असिस्टेंट देवेंद्र गिरी भी उपस्थित थे।