संगरुर, 13 अगस्त (निस)
पंजाबी यूनिवर्सिटी,पटियाला के नेबरहुड और कांस्टीट्यूट कॉलेजों में कार्यरत सहायक प्रोफेसरों (गेस्ट फैकल्टी) द्वारा डीन कार्यालय में धरना आज 23वें दिन में प्रवेश कर गया है लेकिन विश्वविद्यालय के कार्यकारी कुलपति इन प्रोफेसरों को शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए मंजूरी देने के बजाय साक्षात्कार लेने का आदेश जारी कर रहे हैं। इसी रवैये के कारण आज महिला सहायक प्रोफेसर कुलपति कार्यालय की बिल्डिंग पर चढ़ गई। इसमें प्रोफेसर डाॅ. रमनदीप कौर, प्रोफेसर संगीता, प्रोफेसर सुखवीर कौर, प्रोफेसर दिव्या, प्रोफेसर सतमीत कौर शामिल हैं। कुलपति दफ्तर की इमारत पर चढ़ीं महिला प्रोफेसरों ने कहा कि अगर हमें कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदार पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और शिक्षा सचिव केके यादव के साथ पंजाब सरकार की होगी।
इस बीच कई प्रोफेसरों की हालत गंभीर हो गई, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। संघ नेताओं ने कहा कि ये सभी प्रोफेसर यूजीसी, पंजाब सरकार और पंजाबी विश्वविद्यालय की प्रोफेसर बनने के लिए निर्धारित सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं लेकिन इन सबके बावजूद यूनिवर्सिटी ने नोटिस जारी कर कहा कि कांस्टीट्यूएंट कॉलेज और नेबरहुड कैंपस में पढ़ाने वाले इन प्रोफेसरों को दोबारा इंटरव्यू देना होगा, जिससे कांस्टीट्यूएंट कॉलेज और नेबरहुड कैंपस में काम करने वाले प्रोफेसरों को अपनी नौकरी जाने का डर सता रहा है। यूनियन नेताओं ने कहा कि आप सरकार ने पंजाब में रोजगार देने का वादा किया था। इस सरकार को नया रोजगार क्या देना था, शुरू से ही कच्चे रोजगार पर काम करते हुए युवाओं को रोजगार से वंचित किया जा रहा है। आप सरकार की इस जनविरोधी शिक्षा एवं नीति विरोधी सहायक प्रोफेसरों द्वारा स्थानीय चुनाव के दौरान भी आप सरकार का पुरजोर विरोध किया जाएगा। इसके अलावा 15 अगस्त को जलंधर में मुख्यमंत्री का घेराव किया जायेगा। इस मौके पर कुलदीप सिंह, रविदित सिंह, कुलविंदर सिंह, अमनदीप सिंह, देव करण, डॉ. हरजीत कौर, गुरप्रीत कौर समेत सभी प्रोफेसर मौजूद रहे।