इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली, 14 अगस्त
हाल ही में करोड़ों की लागत से आसाखेड़ा माइनर व लोहगढ़ माइनर की रि-लाइनिंग में कथित भ्रष्टाचार व डिजाइन में कथित अनियमितताओं की जांच के लिये सिंचाई विभाग की दो सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है। सिंचाई विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ ने बुधवार को कमेटी गठित करके 15 दिनों में मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी हैं। कमेटी में टोहाना के कार्यकारी अभियंता नवदीप सांगवान व आदमपुर के कार्यकारी अभियंता विनोद वर्मा को नियुक्त किया गया है। अधिकारियों व ठेकेदार की कथित मिलीभगत के चलते दोनों रि-लाइनिंग किये माइनरों की टेल पर किसानों को पानी की पूर्ति न होने के आरोप हैं। माइनर की टेल पर गत् 54 दिनों से किसान धरनारत हैं, जिनके मुखर संघर्ष के चलते जांच कमेटी गठित की गयी है।
बता दें कि सियासी व्यक्तियों के माध्यम से किसानों की शिकायत सिंचाई विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ के पास पहुंची थी जिसमें आसाखेड़ा माइनर व लोहगढ़ माइनर की समस्यायों का जिक्र करते हुए लोहगढ़ माइनर के तीन मोघों की जाँच मांगी गयी। धरनारत किसान नेता प्रह्लाद सिंह ने बताया कि सियासी व्यक्तियों के माध्यम से उनके पास कमेटी गठन की प्रतिलिपि पहुंची है। दूसरी तरफ सिंचाई विभाग के एसडीओ मुकेश सुथार ने कहा कि उन्हें जांच टीम गठन की जानकारी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि आसाखेड़ा माइनर पर किसानों को पूरा पानी मिल रहा हैं। बता दें कि उक्त मामले में धरनारत किसान व सिंचाई विभाग का स्थानीय तंत्र लगभग आमने-सामने डटे हुए हैं।