चंडीगढ़, 16 अगस्त (ट्रिन्यू)
कांग्रेस पार्टी के राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ शुरू किए गए ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ मुहिम के तहत रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा पूरी तरह से फील्ड में उतर चुके हैं। वे अभी तक 32 शहरों एवं कस्बों में पदयात्रा कर चुके हैं। दीपेंद्र का पहला चरण 19 अगस्त को पूरा होगा। इसके बाद वे दूसरे चरण में बाकी शहरों एवं कस्बों को कवर करेंगे। दीपेंद्र ने प्रदेश के सभी नब्बे हलकों को नापने का लक्ष्य रखा है।
अहम बात यह है कि दीपेंद्र के कार्यक्रमों को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। करनाल विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने इसका आगाज किया था। मंगलवार को दीपेंद्र ने फतेहाबाद और उकलाना में कार्यक्रम किए। इस दौरान दीपेंद्र पैदल यात्रा भी करते हैं। वे शहरों व कस्बों में बाजारों व गलियों में भी पहुंच रहे हैं। लोगों से मुलाकात और संवाद का का उनका अंदाज हर किसी को भा रहा है। दीपेंद्र की इस सक्रियता ने उनका राजनीति कद बढ़ाने का काम किया है। बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता अब दीपेंद्र में अपना ‘भविष्य’ तलाश रहे हैं।
माना जा रहा है कि ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तहत पदयात्रा पर निकले दीपेंद्र हुड्डा उन आवेदकों की राजनीतिक ताकत और लोगों में पकड़ का आकलन भी कर रहे हैं जो कांग्रेस टिकट की मांग कर रहे हैं। वे जिस भी विधानसभा में जा रहे हैं। बताते हैं कि संवाद के जरिये रोहतक सांसद यह भी परख रहे हैं कि टिकट मांगने वालों की पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों में कितनी रुचि और विश्वास है।
राजनीति के जानकारों का कहना है इन पदयात्राओं में दीपेंद्र सिंह हुड्डा की स्वीकार्यता काफी हद तक बढ़ी है। अहम बात यह है कि दीपेंद्र की इस यात्रा को पार्टी हाईकमान से हरी झंडी मिली हुई है। रोहतक से चौथी बार लोकसभा सांसद दीपेंद्र राज्यसभा में भी रह चुके हैं। पांच बार संसद पहुंचने वाले चुनिंदा नेताओं में अब दीपेंद्र भी शामिल हो चुके हैं। वे कांग्रेस वर्किंग कमेटी के स्पेशल आमंत्रित सदस्य भी हैं। वहीं दूसरी ओर, दीपेंद्र की बढ़ती सक्रियता की वजह से उनके विरोधियों में टेंशन भी देखने को मिल रही है।