चंडीगढ़, 14 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के उर्दू प्रकोष्ठ द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के मौके पर बुधवार को रू-ब-रु कार्यक्रम करवाया गया। हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) की सदस्य डॉ़ सोनिया खुल्लर कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का उद्देश्य देश की नई पीढ़ी को इस बात से अवगत करवाना है कि देश को आजादी कैसे मिली और हमने अपने कितनों को खोकर स्वतंत्रता प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि आज का दिन हमें आपसी सद्भाव, समरसता और देश प्रेम की भावना को अपनाने का आह्वान करता है। कार्यकम में अध्यक्ष के रूप में आये जस्टिस संजय वशिष्ट ने कहा कि इस दिन हमें संकीर्ण दायरे से बाहर निकल कर आपसी भाईचारे का संकल्प लेना चाहिए।
इस मौके पर उर्दू के वरिष्ठ शायर डॉ. केके ऋषि और शायर विजेंदर गाफ़िल ने अपनी साहित्यिक यात्रा के उतार-चढ़ाव को साझा करते हुए देश प्रेम से भरपूर शायरी सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम में हिंदी प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी तथा संस्कृत प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. सीडीएस कौशल ने वशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। उर्दू प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा ने अकादमी की गतिविधियों के बारे में बताया।