उचाना (जींद), 14 अगस्त (हप्र)
सब डिवीजनल सिविल अस्पताल उचाना समेत जिले के तमाम सरकारी चिकित्सा संस्थानों में डेंटल सर्जनों ने बुधवार को 10 से 12 बजे तक हड़ताल की। इससे मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 12 बजे के बाद डेंटल सर्जनों ने मरीजों की जांच और उपचार किया।
हरियाणा डेंटल सर्जन एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश पांचाल ने बताया कि पूरे जिले और प्रदेश में डेंटल सर्जन बुधवार को दो घंटे की हड़ताल पर रहे। उन्होंने कहा कि पिछले 16 वर्षाें से डेंटल सर्जनों के साथ भारी भेदभाव हो रहा है। इस भेदभाव के विरोध में अब प्रदेश भर के डेंटल सर्जन आंदोलन के रास्ते पर हैं।
आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक वेतनमान के मामले में डेंटल सर्जन मेडिकल ऑफिसर के बराबर नहीं आ जाते। पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, मध्य-प्रदेश, बिहार में डेंटल सर्जन और चिकित्सा अधिकारियों का वेतन समान है, लेकिन हरियाणा में कम है। एसीपी के मामले में भी डेंटल सर्जन भेदभाव के शिकार हैं। पांच वर्षों की सेवा के बाद शत-प्रतिशत, 11 वर्ष की सेवा के बाद कैडर के 25 प्रतिशत और 17 वर्ष की सेवा अवधि उपरांत 20 प्रतिशत को ही एसीपी मिलती है, जबकि एसीपी सभी को मिलनी चाहिए।
डॉ. रमेश पांचाल के अनुसार डेंटल सर्जन अपनी मांगों को लेकर 16 अगस्त को भूखे पेट ओपीडी करेंगे। 17 अगस्त को ड्यूटी के उपरांत शाम 6 बजे कुरुक्षेत्र में सीएम आवास तक कैंडल मार्च निकालेंगे