चंडीगढ़, 14 अगस्त (एजेंसी)
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) को झटका देते हुए दो बार के विधायक सुखविंदर कुमार सुक्खी बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए। मान ने सुक्खी का पार्टी में स्वागत किया और कहा कि उन्होंने हमेशा दलितों के कल्याण के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि सुक्खी के शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। इस अवसर पर आप के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक भी मौजूद थे। सुक्खी पेशे से चिकित्सक हैं। वे पहली बार 2017 में एसबीएस नगर जिले की बंगा विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में वह फिर से शिअद के टिकट पर विधायक चुने गए। सुक्खी ने ऐसे समय में शिअद से नाता तोड़ा है जब सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाली पार्टी में असंतोष चरम पर है। नेताओं का एक वर्ग पार्टी प्रमुख के खिलाफ विद्रोह कर रहा है और मांग कर रहा है कि पंजाब में लोकसभा चुनावों में शिअद की हार के बाद वे पद छोड़ दें। पंजाब विधानसभा में 117 सदस्य हैं, जिनमें शिअद के तीन विधायक हैं। इनमें सुक्खी, दाखा से मनप्रीत सिंह अयाली और मजीठिया से गनीव कौर मजीठिया।
सुक्खी के पाला बदलने से अब बंगा में उपचुनाव की संभावना है। आप में शामिल होने के बाद सुक्खी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के सिपाही बनने जा रहे हैं। सुक्खी ने कहा कि उन्होंने एक बार बंगा में एक भ्रष्ट राजस्व अधिकारी का मुद्दा विधानसभा में मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया था जिसके बाद अधिकारी को तत्काल हटा दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं ऐसे मुख्यमंत्री और पार्टी के साथ काम कर सकता हूं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या वे विधायक पद से इस्तीफा देंगे, सुक्खी ने कहा कि वे इस संबंध में कानूनी सलाह लेंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिअद ने उन्हें पूरा सम्मान दिया है और वह दो बार पार्टी के विधायक चुने गए हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे सुखबीर सिंह बादल से कोई परेशानी नहीं है।’
सुखबीर ने अकाली दल को बनाया पारिवारिक पार्टी : ग्रेवाल
राजपुरा (निस) : अकाली दल बादल के प्रधान सुखबीर बादल की ओर से शिरोमणि अकाली दल को पारिवारिक दल बनाने के कारण पार्टी आये दिन कमजोर होती जा रही है। आज एक विधायक सुखविंदर सुखी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गये जबकि एक अन्य विधायक भी पार्टी से नाराज दिख रहे हैं। इसके बाद अकाली दल के पास सिर्फ एक ही विधायक बच जायेगा। यह बात भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कही। ग्रेवाल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल संघर्षों से निकली हुई पार्टी है पर सुखबीर बादल अकाली दल को आये दिन कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल को सोचना चाहिये की पार्टियां पारिवारिक पार्टियां बना कर नहीं चलतीं, इस पर उन्हें विचार करना चाहिये, पार्टी समाप्त ना हो अच्छी बात है। मुख्यमंत्री भगंवत मान को अपील करते हुये कहा कि दो सितम्बर से शुरू होने वाला सैशन तीन दिन के लिये बहुत कम है इसे बढ़ाया जाना चाहिये।