बठिंडा/लुधियाना, 10 अगस्त (निस)
कोलकाता में मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसकी बेरहमी से हत्या के विरोध में पीसीएमएस द्वारा पंजाब भर में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर विरोध प्रदर्शन किया गया। डॉक्टरों की इस हड़ताल का असर बठिंडा, फरीदकोट, फिरोजपुर और फाजिल्का, मानसा, मलोट में भी दिखाई दे रहा है। सरकारी अस्पताल और आम आदमी क्लीनिकों में दवा लेने के लिए पहुंच रहे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हड़ताल को मोहल्ला क्लीनिक में तैनात डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ का भी समर्थन मिला है। फार्मेसी ऑफिसर यूनियन के प्रवक्ता सुखविंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि उनकी यूनियन भी प्रदर्शन में शामिल है। लुधियाना में दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टरों ने मार्च निकाला। डीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ. जीएस वांडर ने बर्बर कृत्य की निंदा की।
बरनाला (निस) : बरनाला में भी डाॅक्टरों ने हड़ताल की। इस दौरान अस्पताल में केवल इमरजेंसी सेवाएं जारी रहीं।
राजपुरा (निस) : राजुपरा के सिविल अस्पताल में भी डाॅक्टरों ने ओपीडी सेवाएं पूरी तरह बंद रखीं। एसएमओ डाॅ. बिधी चंद ने कहा कि सबसे बड़ी मांग सभी सरकारी अस्पतालों में पुलिस पोस्ट बनाने की है। डाॅ. हरदीप कौर ने कहा कि जब तक अस्पताल में सिक्योरिटी नहीं मिलती, तब तक महिला डाॅक्टरों के लिए ड्यूटी करना बहुत मुश्किल है।