शिमला, 16 अगस्त (हप्र)
फंड की कमी के चलते वर्षों से अधर में लटकी फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में शामिल किया है। केंद्र सरकार 2022 के दिशा निर्देशों के मुताबिक इसके निर्माण के लिए फंड आवंटित करेगी।
फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना एक दशक से लटकी है। करीब 737 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट में प्रदेश सरकार 300 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। बीते दिनों उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के समक्ष उठाया था। इसका काम वर्ष 2011 में शुरू हो गया था। बजट की कमी के चलते यह परियोजना लटक गई थी। इसका 50 फीसदी काम हो चुका है। पहले इस प्रोजेक्ट पर 204 करोड़ रुपये की राशि खर्च होने का अनुमान था, लेकिन इसे विस्तार दिए जाने से अब 737 करोड़ से ज्यादा राशि खर्च होगी।
शुक्रवार को केंद्र सरकार ने राज्य के जल शक्ति विभाग को इस संबंध में पत्र लिखा है। विभागीय अतिरिक्त मुख्य सचिव को लिखे पत्र में केंद्र सरकार ने कहा है कि वह प्रोजेक्ट के बकाया काम पर खर्च होने वाली 313.86 करोड़ की रकम में से 282.47 करोड़ मुहैया करवाएगी। केंद्र ने इस प्रोजेक्ट को लेकर कुछ शर्तें भी लगाई हैं। साथ ही प्रदेश सरकार को इसे लेकर एक एमओयू केंद्र के साथ करना है। सबसे अहम शर्त प्रोजेक्ट का काम तय अवधि में पूरा करने बारे में है।
फिन्ना सिंह सिंचाई प्रोजेक्ट से नूरपुर के हजारों लोगों को फायदा होगा। चार हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर लोग खेती कर सकेंगे। अभी तक इस क्षेत्र के ज्यादातर किसान खेती के लिए बारिश पर निर्भर हैं।
प्रोजेक्ट के तहत चक्की खड्ड पर लाहडू के निकट एक बांध बन रहा है। यहां सुरंग से नूरपुर के डन्नी गांव तक पानी पहुंचाया जाना है।