बागी चाचा के बागी तेवर ‘दीनू की पुकार’ पुस्तक में शामिल हास्य-व्यंग्य कविताओं में बखूबी नजर आते हैं। मंचीय कवि बागी चाचा जहां हमारे समाज में व्याप्त सामाजिक विद्रूपताओं और विसंगतियों पर तीखे प्रहार करते हैं, वहीं हास्य रचनाओं के जरिये हमें गुदगुदाते भी हैं। संकलन में 42 रचनाएं संकलित हैं। चयनित शब्दों का आलंकारिक प्रयोग वे बखूबी करते हैं। इसकी बानगी उनकी विगत में आई पुस्तकों ‘पेड़ और पुत्र’, ‘काव्य सप्तक’ और ‘मुर्गासन’ में बखूबी नजर आती है।
पुस्तक : दीनू की पुकार रचनाकार : बागी चाचा प्रकाशक : डायमंड पॉकेट बुक्स, दिल्ली पृष्ठ : 176 मूल्य : रु. 200.