एस.अग्निहोत्री/हप्र
पंचकूला, 18 अगस्त
लोकसभा चुनाव में पंचकूला हलके से 22 हजार वोटों की लीड से गदगद भाजपा पंचकूला हलके में आगामी एक अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने के इरादे से चुनाव मैदान में उतरेगी। इस सीट पर ज्ञान चंद गुप्ता लगातार दो बार जीत चुके हैं। पार्टी के सूत्रों का मानना है कि पिछले 10 सालों में पंचकूला के विकास में नए आयाम जुड़े और मुख्यमंत्री चाहे मनोहर लाल हों या फिर नायब सैनी, दोनों का चहलकदमी पंचकूला में निरंतर जारी रही। विधायक ज्ञान चंद गुप्ता भी शहर, गांवों व कालोनियों के विकास कार्य करवाने में सफल रहे। भाजपाइयों का कहना है कि यही कारण था कि लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार यहां से 22 हजार वोट से आगे रहा।
2009 में बनी थी पंचकूला सीट, दो बार जीती भाजपा
पंचकूला सीट वर्ष 2009 में बनाई गई थी। इसमें कांग्रेस ने पहले ही चुनाव में जीत हासिल की थी और डीके बंसल यहां से विधायक बने थे। उसके बाद वर्ष 2014 और 2019 में भाजपा की टिकट पर ज्ञान चंद गुप्ता यहां से चुनाव जीते थे। वर्ष 2009 में जहां डीके बंसल 12 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीते थे, वहीं वर्ष 2014 में ज्ञान चंद गुप्ता 44 हजार से अधिक वोटों से जीते थे। वर्ष 2019 के चुनाव में चंद्रमोहन के मुकाबले ज्ञान चंद गुप्ता की जीत का मार्जिन मात्र 5633 रह गया।
भाजपा टिकट के लिये इन नामों की चर्चा
पंचकूला के कई लोगों के मुताबिक पंचकूला से लगातार दो बार जीते विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ही यहां से प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं लेकिन भाजपा की टिकट की चाह रखने वालों में सीएम के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी, मेयर कुलभूषण गोयल, रंजीता मेहता, कालका के प्रभारी श्याम लाल बंसल व पूर्व जिला परिषद चेयरमैन उमेश सूद के नाम भी टिकट के लिए चर्चा में हैं।