चंडीगढ़, 18 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा में एक सीट के लिए होने वाले राज्य सभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा की राह आसान हो गई है। दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे के बाद खाली हुई राज्य सभा की एक सीट के लिए 14 अगस्त को चुनाव कार्यक्रम का ऐलान हो चुका है। विधानसभा में विधायकों की संख्या के आधार पर साफ है कि यह सीट भाजपा के खाते में जानी लगभग तय है।
राज्यसभा के लिए चुने जाने वाले सदस्य का कार्यकाल वर्ष 2026 तक रहेगा। प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद राजनीतिक समीकरण लगातार बदल रहे हैं। जजपा के पांच विधायक अब तक पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। निर्वाचन के आधार पर यह विधायक भले ही अभी भी विधानसभा के रिकार्ड में जजपा के विधायक हैं। लेकिन राज्यसभा चुनाव में अगर वोटिंग की नौबत आई तो ये विधायक बड़ा ‘खेल’ कर सकते हैं।
विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद पार्टी छोड़ने वाले जजपा विधायकों में से तीन विधायकों – रामनिवास सुरजाखेड़ा, जोगीराम सिहाग व अनूप धानक के भाजपा में आने की चर्चा है। वहीं देवेंद्र सिंह बबली, रामकरण काला और ईश्वर सिंह कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। वहीं कांग्रेस ने राजनीतिक रूप से राज्य सभा चुनाव से ध्यान हटाकर पूरा ध्यान विधानसभा चुनाव पर केंद्रित कर रखा है।