शिमला, 18 अगस्त (हप्र)
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल 10वें अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव शिमला के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए। यह फिल्मोत्सव भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भाषा एवं संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश सरकार तथा हिमालयन वेलोसिटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
राज्यपाल ने अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार थियरी ओबादिया द्वारा निर्देशित ऑन माई वे को प्रदान किया, जबकि द पैशन ऑफ महमूद ने आईएफएफएस 2024 पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ लंबी डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्यपाल ने अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय तथा अन्य श्रेणियों के फिल्मकारों को इस अवसर पर सम्मानित किया।
इस अवसर पर, राज्यपाल ने कहा कि फिल्म जगत में बॉम्बे थियेटर की बात की जाती है जबकि वहां के अधिकांश कलाकार गेयटी थियेटर से ही निकले हैं। उन्होंने कहा कि सिनेमा एक सशक्त माध्यम है और इसका उपयोग समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शिमला अपने प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन आज इसकी पहचान सिनेमा के लिए भी होने लगी है।
इस अवसर पर, विख्यात फिल्म अभिनेत्री एवं थियेटर कलाकार सीमा विश्वास ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व, फेस्टिवल डायरेक्टर पुष्प राज ठाकुर ने कहा कि 10वें आईएफएफएस संस्करण में भारत के 27 देशों और 22 राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली लगभग 105 फिल्में दिखाई गईं। 60 स्वतंत्र निर्देशक जिनकी फिल्में इस महोत्सव में प्रदर्शित की गईं, उन्होंने भी तीन दिवसीय महोत्सव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
तीन दिवसीय कार्यक्रम 16 से 18 अगस्त, 2024 तक शिमला में आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य विश्व सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना और दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं और फिल्म प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करना था।