बीबीएन, 19 अगस्त (निस)
उपमंडल नालागढ़ के तहत नालागढ़-स्वारघाट नेशनल हाईवे 105 पर स्थित चिकनी नदी में दर्जनों वाहन लगाकर दिनदहाड़े अवैध खनन किया जा रहा है। अवैध खनन कारोबारी के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि मानो उसे कानून का डर ही न रह गया हो। हालांकि इस बारे में ग्रामीणों ने कई बार खनन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की मांग की लेकिन किसी ने भी अब तक यहां पर आकर खनन माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
अवैध खनन पर कार्रवाई न होने के कारण स्थानीय ग्रामीणों में खास रोष है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार खनन विभाग को शिकायतें की जाती हैं लेकिन उसके बावजूद खनन विभाग से संबंधित अधिकारी मौके पर नहीं आते जिस कारण यह माफिया बेखौफ खनन कर रहा है और प्रदेश की बेशकीमती खनन सामग्री को लूटने में लगा है। स्थानीय ग्रामीणों ने खनन विभाग को चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही उन्होंने अवैध माइनिंग पर रोक नहीं लगाई तो ग्रामीण एकत्रित होकर खनन विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
स्थानीय ग्रामीणों महेश व धर्मेन्द्र चंदेल का कहना है कि इस अवैध खनन की वजह से नदियों का जलस्तर काफी नीचे जा चुका है और जितने भी क्षेत्र के आसपास के बोरवेल लगाए हुए हैं उनमें भी पानी की किल्लत आनी शुरू हो चुकी है।
अब देखना यही होगा कि कब खनन विभाग गहरी नींद से जागता है और कब अवैध माइनिंग पर कार्रवाई करता है और कब लोगों को आ रही परेशानियों से निजात मिलती है।