शिमला, 19 अगस्त (हप्र)
हर रोज वित्तीय संकट का रोना रोकर विपक्ष, खासकर भाजपा को कोसने वाले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा अपने और अपने मंत्रियों के दफ्तरों की साज-सज्जा पर करोड़ों रुपए खर्च करने पर विपक्षी दल भाजपा ने नजर टेढ़ी कर ली है। भाजपा ने विधानसभा के मानसून सत्र से पहले कांग्रेस सरकार की इस फिजूलखर्ची को मुद्दा बनाना आरंभ कर दिया है ताकि विधानसभा सत्र के दौरान सरकार को इस पर घेरा जा सके।
इसी कड़ी में आज नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला में कहा कि सरकार अपने मंत्रियों के लिए करोड़ों रुपए का ऑफिस तो बना सकती है, असंवैधानिक रूप से सीपीएस की नियुक्तियां कर करोड़ों उन पर खर्च कर सकती है लेकिन बच्चों को शिक्षा देने वाले स्कूल नहीं चला सकती है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार द्वारा स्कूल बंद करने के फ़ैसले की वजह से आज लाहौल स्पीति की बड़ी आबादी सड़कों पर हैं। उन्होंने कहा कि अगर एनरोलमेंट शून्य है तो सरकार को उन कारणों पर बात करनी चाहिए, उसका पता लगाना चाहिए और हर स्तर पर जवाबदेही तय करनी चाहिए। लेकिन सरकार को सिर्फ़ बंद करने में ही आनंद आ रहा है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ़ सरकार कह रही है कि बजट नहीं हैं दूसरी तरफ़ करोड़ों रुपये खर्च कर मंत्रियों और सीपीएस के दफ़्तर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार स्कूल बंद करने के अपने फ़ैसले से प्रभावित हो रहे छात्रों और उनके अभिभावकों का ख़्याल रखते हुए अपने फ़ैसले पर पुनर्विचार करें।