एस. अग्निहोत्री/हप्र
पंचकूला, 19 अगस्त
प्रदेश में आगामी अक्तूबर माह में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कालका हलके में भाजपा हैवीवेट उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारेगी, ताकि लोकसभा चुनाव में मिली 11 हजार की लीड को कायम रख कर कालका हलके में जीत का परचम फहराया जा सके।
कालका हलके में वर्ष 2014 में जहां भाजपा की लतिका शर्मा को जीत मिली थी, वहीं वर्ष 2019 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े प्रदीप चौधरी जीते थे। अब भाजपा इस सीट को हथियाने के लिए पूरी जोर अाजमाइश करेगी। सूत्रों का कहना है कि टिकट देने में जातीय समीकरणों के आंकड़ों के खेल के अलावा ओबीसी कार्ड भी खेला जा सकता है। कालका हलके में टिकट की दावेदार पूर्व विधायक लतिका शर्मा की टिकट पर कब्जा करने के लिए इस बार उनकी पार्टी में ही अन्य दावेदार पूरा जोर लगा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि टिकट के चाहवानों ने दिल्ली दरबार तक पहुंच बनाते हुए वहां डेरे लगा लिए है। यहां पर ब्राह्मण वोटर सबसे ज्यादा हैं, इसके अलावा गुज्जर वोटर दूसरे नंबर पर आते हैं। इस बार चुनाव में टिकटें देने के लिए पार्टियां महिला आरक्षण, ओबीसी का कार्ड खेल रही हैं। यहां यह भी उल्लेखीनय है कि गत लोकसभा चुनाव में कालका हलके से भाजपा उम्मीदवार बंतो कटारिया ने 11 हजार वोटो की लीड ली थी।
कालका से भाजपा टिकट पाने के लिए कई नाम
कालका हलके से भाजपा की टिकट पाने के लिए पूर्व विधायक लतिका शर्मा के अलावा गुर्जर समुदाय के लोकप्रिय नेता ओमप्रकाश देवीगर, संतराम शर्मा, वीरेद्र भाऊ, भागसिंह दमदमा के नाम चर्चा में हैं।
ब्राह्मण नेता के नाम पर भी चर्चा
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को कालका में पटकनी देने के लिए भाजपा प्रदेश के एक हैवीवेट ब्राह्मण नेता के नाम पर भी चर्चा कर रही है। सूत्रों का कहना है कि हालांकि ब्राह्मण नेता की अपनी पार्टी है, लेकिन भाजपा फिर भी गठजोड़ या फिर पार्टी के विलय की सूरत में उस नेता को यहां से चुनाव लड़वाना चाहती है ताकि कालका में भगवा फहराया जा सके।