रोहतक, 19 अगस्त (निस)
पीजीआई की बीडीएस छात्रा के अपहरण के बाद उसके साथ मारपीट करने वाले रेजिडेंट डॉक्टर को पुलिस ने सोमवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को दो दिन के रिमांड पर भेजा है।
जांच पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई है कि आरोपी डॉक्टर कई महीने से छात्रा के पीछे पड़ा हुआ था और उस पर शादी का दबाव बनाएं हुए था। छात्रा द्वारा इंकार करने पर आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
मामले को लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता पीजीआई पहुंचे और प्रबंधन से पूरे मामले को लेकर रिपोर्ट तलब की। साथ ही पुलिस ने भी मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की है। पुलिस के अनुसार शनिवार दोपहर को पीजीआई के एनाटॉमी विभाग का आरोपी डॉक्टर मनिंदर गेट के पास बीडीएस की छात्रा को फेंककर गया था। छात्रा को घायल व्यवस्था में तुरंत पीजीआई में भर्ती कराया, मामले का पता चलने पर पुलिस ने छात्रा के ब्यान दर्ज किये और आरोपी को देर रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, अदालत ने उसे दो दिन के रिमांड पर भेज दिया है।
पहले भी कर चुका मारपीट
बताया गया है कि आरोपी ने पहले भी छात्रा के साथ मारपीट की है और उसे धमकी दी गई थी कि उसकी अटेंडेंस शार्ट कर देगा। डीएसपी वीरेंद्र सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम जांच पड़ताल कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घटना का पता चलते ही उन्होंने इस बारे में पीजीआई प्रबंधन व पुलिस के आलाधिकारियों से संपर्क किया और तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिये गए।
उन्होंने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट सीएम को सौंपी जाएगी। मंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि आरोपी डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज से भी बाहर कर दिया गया है और महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह से गंभीर है।