नयी दिल्ली, 20 अगस्त (भाषा)
Kolkata Doctor Rape Murder Case: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से बलात्कार और हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल के कनिष्ठ चिकित्सकों की हड़ताल 12 दिन से जारी है, जिसके बीच यह मुलाकात हुई है।
हड़ताल के कारण पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। राष्ट्रपति कार्यालय ने मुलाकात की एक तस्वीर ‘एक्स’ पर साझा करते हुए लिखा, ‘पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।’
वहीं, एक साक्षात्कार में आनंद बोस ने कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना को समाज के लिए ‘सबसे शर्मनाक पल’ करार दिया। उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में ‘उथल-पुथल की स्थिति है’ और लोगों का ‘मौजूदा सरकार के ऊपर से भरोसा उठ गया है।’
मृतक चिकित्सक के लिए इंसाफ की मांग को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा हाल ही में आयोजित एक रैली का जिक्र करते हुए बोस ने उनके रुख पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणियां केवल बयानबाजी भर हैं। ‘
पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में बोस ने कहा, ‘बंगाल में उथल-पुथल की स्थिति है। छात्रों का सरकार के ऊपर से भरोसा उठ गया है, युवा डरे हुए हैं और महिलाएं निराशा की स्थिति में हैं। ऐसी भावना है कि जिस सरकार पर नागरिकों की सुरक्षा का जिम्मा है, वह अपनी भूमिका निभाने में विफल साबित हो रही है।’
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नौ अगस्त को एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में अगले दिन एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया था, जिसका अस्पताल में अक्सर आना-जाना था।
जूनियर डॉक्टरों के घटना के विरोध में हड़ताल पर चले जाने से पूरे पश्चिम बंगाल में सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। प्रदर्शनकारी डॉक्टर पीड़िता के लिए इंसाफ के साथ-साथ कार्यस्थल पर सुरक्षा के बेहतर उपाय सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं।
बोस ने कहा, ‘छात्रों का पुलिस के ऊपर से भी भरोसा उठ गया है। युवाओं, खासकर महिला डॉक्टरों और पैरामेडिक कर्मियों में निराशा की भावना बढ़ रही है। जहां तक नागरिकों का सवाल है, वे सभी इस बात से व्यथित हैं कि जब कार्रवाई की मांग की जाती है तो सरकार कार्रवाई नहीं करती है।’
राज्यपाल ने आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस का ‘अपराधीकरण और राजनीतिकरण’ हो गया है। उन्होंने ‘सरकारी कार्यों के कथित तौर पर नागरिकों की जरूरतों के अनुरूप न होने पर’ चिंता जाहिर की।
बोस ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के रुख को लेकर स्पष्टता का अभाव है। एक रैली हुई थी, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री ने परिसरों में सुरक्षा की कमी को लेकर गृह मंत्री से शिकायत की थी। कार्रवाई नहीं होने पर गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री से शिकायत की।’
उन्होंने कहा, ‘लोग बेवकूफ नहीं हैं। वे जानते हैं कि स्वास्थ्य मंत्री ही गृह मंत्री और मुख्यमंत्री भी हैं। स्थिति डॉ. जेकेल और मिस्टर हाइड के किस्से से मेल खाती है-हर कोई जानता है कि कौन क्या है। बंगाल की मुख्यमंत्री का यह दावा करते हुए रैली निकालना हास्यास्द है कि वह न्याय चाहती हैं।’
जेकेल और हाइड के किस्से का इस्तेमाल किसी ऐसे व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसके व्यक्तित्व के दो पहलू हैं, एक अच्छा और एक बुरा, तथा जो कभी अच्छा और सभ्य तो कभी बुरा और असभ्य होता है।