चंडीगढ़, 20 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि पहली सितंबर से पहले जननायक जनता पार्टी (जजपा) की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक होगी। बैठक में उम्मीदवारों की लिस्ट पर चर्चा करके प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी जजपा सबसे ज्यादा युवा उम्मीदवारों को प्राथमिकता देगी। दुष्यंत ने कहा कि युवाओं को लेकर जजपा ने सिरसा में हुए इनसो के कार्यक्रम में अग्निवीरों को मुफ्त शिक्षा देने जैसी कई बड़ी घोषणाएं की हैं। मंगलवार को नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में दुष्यंत ने कहा कि जजपा जल्द ही महिला, किसान, कमेरे वर्ग के हित में भी घोषणाएं करेगी। उन्होंने कहा कि जजपा ने सरकार में हिस्सेदारी के दौरान 2019 के अपने चुनाव घोषणा-पत्र के प्रत्येक बिंदू पर काम किया था।
राज्यसभा चुनाव के संदर्भ में दुष्यंत ने कहा – अगर अब जजपा के पास 10 विधायक होते तो वे राज्यसभा उम्मीदवार का नामांकन भरवा देते। लेकिन पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पास 30 से ज्यादा विधायकों का समर्थन होने के बावजूद वे डर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैदान में हथियार डालने से अच्छा है कि लड़ा जाए। चूंकि लड़ने वाले की ही जीत होती है। दुष्यंत ने कहा – अभी भी भूपेंद्र हुड्डा के पास समय है। अगर वे (हुड्डा) हिम्मत दिखाते हैं तो वे (दुष्यंत) खुद पूर्व सीएम के साथ जाकर उम्मीदवार का नामांकन भरवाने के लिए तैयार है।
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि हुड्डा इतनी हिम्मत नहीं दिखा पाएंगे। चूंकि उन्हें डर है और उन्हें यह डर पिछले 10 साल से है। दुष्यंत ने कहा कि कांग्रेस में टिकट बंटवारे के समय में भी हुड्डा का यह डर साफ देखने को मिलेगा।
जजपा छोड़ने वाले विधायकों के सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जजपा ने विधायकों को मान-सम्मान देने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी और जजपा से ज्यादा मान-सम्मान उन्हें कहीं नहीं मिलेगा इसलिए पार्टी छोड़ने की क्या वजह रही, वही बता पाएंगे।