सोलन, 22 अगस्त (निस)
सुप्रीम कोर्ट से स्टे अ़ॉर्डर मिलने के बाद सोलन की मेयर ऊषा शर्मा ने वीरवार दोपहर बाद फिर से मेयर का पदभार संभाल लिया है। इस मौके पर उनके वार्ड-12 के सैकड़ों लोगों के अलावा शहर के गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे। पदभार संभालने निगम पहुंची ऊषा शर्मा का वहां बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। शर्मा ने कहा कि कि मेरी न्यायपलिका के प्रति आस्था थी और मुझे सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिला है।
नगर निगम में एक बार फिर से मेयर की कुर्सी पर काबिज हुई ऊषा शर्मा ने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि जन समस्याओं और विकास कार्यो को लेकर किसी भी तरह का कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शर्मा ने उम्मीद जताई कि प्रदेश सरकार नगर निगम को पूर्ण सहयोग देगी और विकास कार्य के लिए धन की कमी आड़े नहीं आएगी। शहर में चल रही पेयजल समस्याओं को लेकर ऊषा शर्मा ने कहा कि 2 माह पहले तक पेयजल व्यवस्था बेहतर थी, लेकिन अभी फिर से समस्या उत्पन्न हो रही है। इसके कारणों का पता लगाने के लिए टैंकों और पेयजल योजनाओं का निरीक्षण किया जाएगा, जो भी कमी पायी जाएगी उसे तुरंत ठीक करने का प्रयास होगा। इसी तरह शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने का जो सपना उन्होंने देखा है उसे भी पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शहर के विकास कार्यो के टेंडर जल्द होंगे ताकि रूके हुए कार्यों को गति मिल सके।
मैं कांग्रेस की कर्मठ कार्यकर्ता हूं…
ऊषा शर्मा ने एक बार फिर से दोहराया कि वह कांग्रेस पार्टी की कर्मठ कार्यकर्ता है और पार्टी के प्रति निष्ठा अभी भी है। उनके साथ मौजूद रही पूर्व मेयर पूनम ग्रोवर ने भी पार्टी के प्रति विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह अभी कांग्रेस पार्टी के ही साथ है और शहर के विकास में मेयर का पूरा सहयोग किया जाएगा। इस दौरान मेयर को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। स्थानीय लोगों के बाद नगर निगम में पहुंचने पर निगम के कर्मचारियों ने भी अपने स्तर पर उन्हें बधाई दी। इस दौरान भाजपा पार्षदों ने ऊषा शर्मा का स्वागत किया जबकि कांग्रेस के पार्षदों के विरोधी धड़े ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। मेयर की कुर्सी को लेकर सोलन कांग्रेस दो धड़ों में बंटी है, अब देखना यह होगा कि विकास कार्यों को लेकर कांग्रेस पार्षद एकजुटता दिखाते हैं या नहीं।
सोलन में शिलान्यास पट्टिका को लेकर विवाद
सोलन (निस) : सोलन शहर में पार्किंग की शिलान्यास पट्टिका को लेकर विवाद हो गया। यहां मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नगर निगम सोलन के नजदीक दो पार्किंग निर्माण का शिलान्यास किया। इसमें कार्यकारी मेयर मीरा आनंद का नाम तो दूर पार्षदों की मौजूदगी का भी जिक्र नहीं किया गया। ऐसे में स्थानीय पार्षदों ने सरकार और स्थानीय प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कार्यकारी मेयर मीरा आनंद ने इसको लोकतांत्रिक अधिकार का हनन बताया। उन्होंने कहा कि आमतौर पर नगर निगम के विकास कार्य की शिलान्यास पट्टिका में निगम के पदाधिकारी का नाम अंकित किया जाता है, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसमें भी भेदभाव कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के नाते शिलान्यास पट्टिका में कार्यकारी मेयर होने के नाते उनका नाम भी अंकित होना चाहिए था। ऐसे में महिला हितैषी होने की दवा करने वाली सरकार की पोल खुल गई। भाजपा पार्षदों ने शिलान्यास पट्टिका में पार्षदों की मौजूदगी अंकित न किए जाने का भी विरोध किया है।