संगरुर, 22 अगस्त (निस)
पंजाब के जल संसाधन मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने घोषणा की है कि सनौर हलके के सैकड़ों गांवों को टांगरी नदी के संकट से बचाने के लिए टांगरी नदी की निशानदेही कर किसानों को इस संकट से बाहर निकाला जाएगा। वह किसान संगठनों और स्थानीय प्रतिनिधियों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे। हलका विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा के नेतृत्व में स्थानीय निवासी नदी के पास गुरुद्वारा भगत धन्ना जी में एकत्र हुए। उन्होंने कहा कि धान के सीजन के तुरंत बाद टांगरी नदी का सीमांकन किया जाएगा और इसके टेढ़ेपन को सीधा किया जाएगा, जिससे किसानों और उनकी फसलों को बाढ़ से स्थायी रूप से बचाया जा सके। इसके लिए जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए गए हैं। नदी के स्थायी समाधान के लिए योजना बनाएं। उन्होंने कहा कि टांगरी के अलावा घग्गर, मारकंडा और अन्य नदियों का पानी भी आफत का कारण बनता है, जिसके स्थायी समाधान के लिए पंजाब सरकार पूरी तरह से गंभीर है। हरमीत सिंह पठानमाजरा को किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एक मांग-पत्र दिया कि टांगरी नदी को साफ किया जाना चाहिए क्योंकि हरियाणा ने जनसुई हेड से अन्य नदियों के पानी को एसवाईएल में मोड़ने के लिए एक योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो जमीन अधिग्रहण कर टांगरी को सीधा किया जाएगा। इस मौके पर विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा, किसान संगठन, एडीसी (जे) कंचन, एस. डीएम मंजीत कौर, जल संसाधन विभाग (ड्रेनेज) के चीफ इंजीनियर विजिलेंस पवन कपूर और कार्यकारी अभियंता जसदीप कौर ने जवंधा में बैठक कर टांगरी के स्थाई समाधान के लिए चर्चा की।