हिसार, 22 अगस्त (हप्र)
निकटवर्ती खरड़ गांव में आनंद हत्याकांड के मामले में गांव के मौजूदा सरपंच व बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को मय्यड़ गांव में महापंचायत का आयोजन किया और पुलिस प्रशासन को दो दिन का समय देते हुए शनिवार को लघु सचिवालय के बाहर किसान संगठनों के साथ मिलकर बड़ा प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
महापंचायत में अलग-अलग खाप, आसपास गांवों के लोगों के साथ किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। बिनैन खाप, बारह खाप, सात बास खाप सहित अन्य खापें महापंचायत में शामिल हैं। युवक की हत्या 15 अगस्त को हुई थी, फिलहाल परिजनों ने पोस्टमॉर्टम करवाने से मना किया हुआ है।
इससे पूर्व मय्यड़ गांव की पैक्स सोसायटी में बुधवार को सुबह से ही खापों, किसान संगठन, मय्यड़, भगाना, लाडवा, खरड़-अलीपुर, सरसौद, घिराय, सुलखनी आसपास के ग्रामीण ने महापंचायत की थी। महापंचायत में वक्ताओं ने प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा था कि हांसी में रविंद्र सैनी की हत्या और हिसार में महिंद्रा शोरूम पर हुई फायरिंग के आरोपियों को पुलिस विदेश से पकड़ कर ले आई।
आनंद हत्याकांड में पुलिस अभी तक सरपंच और अन्य आरोपियों की गिरफ्तार नहीं कर पाई है बल्कि संघर्ष कर रहे ग्रामीणों और मृतक के परिजनों को गुमराह किया जा रहा है। सरकार जाति के आधार पर लड़वाना चाहती है।
मामले के अनुसार सोनीपत के खरखौदा में महीने भर पहले हुए एनकाउंटर का बदला लेने के लिए 15 अगस्त की रात को हिसार के खरड़ अलीपुर गांव में ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं। इसमें आनंद की मौत हो गई थी और उसके तीन साथी घाल हो गए थे। खरखौदा में 18 जुलाई को हुए एनकाउंटर में भाऊ गैंग का मेंबर सन्नी खरड़ मारा गया था। सन्नी हिसार के खरड़ अलीपुर गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि सन्नी के एनकाउंटर के बाद 18 जुलाई को खरड़ अलीपुर गांव के आनंद ने अपने साथियों संग मिलकर पटाखे फोड़कर खुशी मनाई थी। सन्नी की मौत की खुशी मनाने की वजह से आनंद भाऊ गैंग के निशाने पर था।