गुरजेत प्यासा/निस
संगरुर, 23 अगस्त
गैंगस्टर रमनजीत सिंह रोमी को 14 दिन के लिए जेल भेजा गया है। पंजाब पुलिस कल उसे हांगकांग से प्रत्यर्पण पर लाई थी। नाभा जेल कांड के मास्टरमाइंड रमनजीत सिंह रोमी को जेएमआईसी रेजिडेंस (बलकार सिंह) पर पेश किया गया। पुलिस पार्टी रोमी को सुबह तीन बजे लेकर आई और 4:30 बजे उसे जेल भेज दिया गया। गैंगस्टर रमनजीत सिंह रोमी पर अनेक धाराओं में नाभा जेल ब्रेक केस दर्ज है। हांगकांग से भारत लाने वाली पुलिस पार्टी में हरविंदर विर्क (एआईजी), बिक्रमजीत सिंह बराड़ (डीएसपी), दविंदर कुमार अत्री (डीएसपी), इंस्पेक्टर हैरी बोपाराय, इंस्पेक्टर रोनी शामिल थे। पुलिस पार्टी द्वारा सुबह 3 बजे सिविल अस्पताल नाभा में मेडिकल उपचार के बाद सुबह 4 बजे बलकार सिंह जेएमआईसी नाभा के आवास पर लाया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
डीजीपी गौरव यादव ने अपने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पंजाब पुलिस के अथक प्रयासों के कारण, मुख्य साजिशकर्ता रोमी को भारत वापस लाया गया है। वह हरमिंदर सिंह मिंटू और कश्मीर सिंह गलवाड़ी के साथ-साथ आईएसआई और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के अन्य भागे हुए कैदियों के संपर्क में था।’
डीजीपी ने ट्वीट में आगे लिखा, ‘हम इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए हांगकांग के अधिकारियों, सीबीआई, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अन्य सभी केंद्रीय एजेंसियों को धन्यवाद देते हैं।’ इस घटना में पुलिस की वर्दी पहने गैंगस्टरों ने उच्च सुरक्षा वाली जेल में घुसपैठ की और 6 खतरनाक कैदियों/गैंगस्टरों को छुड़ा लिया था। इन गैंगस्टरों में हरमिंदर सिंह उर्फ मिंटू, गुरप्रीत सिंह सेखों, अमनदीप सिंह ढोटियां, कुलप्रीत सिंह उर्फ नीटा देयोल, कश्मीर सिंह उर्फ गलवाड़ी और गैंगस्टर हरजिंदर सिंह उर्फ विक्की गौंडर शामिल हैं। बता दें कि विक्की गौंडर को बाद में पंजाब पुलिस ने 26 जनवरी 2018 को राजस्थान में मार गिराया था, जबकि अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया था। रोमी, जो शेरा खुब्बन/ विक्की गौंडर गिरोह का एक प्रमुख सदस्य है, ने नाभा जेल ब्रेक को अंजाम देने के लिए गिरोह के सदस्यों को जेल में जाने के लिए वित्तीय सहायता, हथियार और नकली आईडी प्रदान की थी। इसके साथ ही जेल से भागने वाले कैदियों को सुरक्षित घर और ठिकाने भी उपलब्ध कराए गए। उल्लेखनीय है कि पटियाला में नाभा जेल ब्रेक की घटना 27 नवंबर 2016 को
हुई थी।