अरविंद शर्मा/निस
जगाधरी, 24 अगस्त
जिला यमुनानगर में हफ्तों से डीएपी खाद का स्टाक नहीं है। इसके अभी नहीं आने की आशंका चलते किसान परेशान हैं। वहीं कृषि विभाग के अधिकारी खाद को लेकर किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न होने देने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि अभी सभी जिलों में डीएपी व एनपीके खाद का कुछ स्टॉक है।
जानकारी के अनुसार सहकारी क्षेत्र के बिक्री केंद्रों पर बीते कई हफ्तों से डीएपी खाद नहीं है। सितंबर के आखिरी सप्ताह में डीएपी खाद की जरूरत शुरू हो जाती है।
सूत्रों के अनुसार डीएपी खाद की किल्लत पूरे प्रदेश में बनी हुई है। सितंबर में सरसों व आलू बिजाई का कार्य शुरू हो जाता है। अक्तूबर माह में किसान गन्ना बिजाई भी करते हैं। इनमें डीएपी खाद की जरूरत पड़ती है। भारतीय किसान यूनियन के जिला संजू गुंदियाना का कहना है पिछले 5 साल से हर बार डीएपी व यूरिया खाद की किल्लत का किसानों को सामना करना पड़ता है।
जिला प्रधान का कहना है कि इस बाबत प्रदेश के कृषि मंत्री चौधरी कंवरपाल गुर्जर से मिल जाएगा। वहीं कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर आदित्य प्रताप डबास का कहना है इस समय जिले में 1500 एमटी डीएपी है। फरवरी तक 14 हजार एमटी डीएपी की जरूत जिले में है। उनका कहना है जल्दी ही डीएपी खाद की और व्यवस्था हो जाएगी। वह इसे लेकर कृषि मंत्री चौ. कंवरपाल गुर्जर से मिलेंगे।