चंडीगढ़, 24 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा की सत्तारूढ़ भाजपा ने विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग का दिन बदलवाने की मांग की है। प्रदेश में विधानसभा की नब्बे सीटों के लिए पहली अक्तूबर को मतदान होगा। इसी दौरान चार-पांच छुट्टियां होने की वजह से भाजपा को मतदान प्रतिशत कम रहने का अंदेशा है। साथ ही, दो अक्तूबर को बिश्नोई समाज का राजस्थान के मुकाम गांव में सालाना मेला है। इस वजह से इस समाज के वोटिंग प्रतिशत में भी कम आने की आशंका है। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली की ओर से भारत के चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान की तारीख में बदलाव करने की मांग की है। विधानसभा चुनावों के लिए 16 अगस्त को कार्यक्रम घोषित हुआ था। पांच सितंबर को चुनावों के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा और इसी दिन से नामांकन-पत्र जमा करवाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 12 सितंबर तक फार्म जमा हो सकेंगे। इसके बाद पहली अक्तूबर को वोटिंग होगी और चार अक्तूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। पहली अक्तूबर को जिस दिन मतदान होगा, उस दिन वर्किंग-डे यानी मंगलवार है। इसके बाद दो अक्तूबर को गांधी जयंती के मौके पर सरकारी अवकाश रहेगा। इससे पहले शनिवार और रविवार का अवकाश है। सोमवार को एक दिन की छुट्टी लेकर कर्मचारी व आम लोग छुट्टियों में बाहर जाने का प्लान बना सकते हैं। इस वजह से भाजपा को मतदान प्रतिशत कम होने की आशंका है। इसका नुकसान भाजपा को मुख्यत शहरी सीटों पर उठाना पड़ सकता है। माना जा रहा है कि इसी वजह से भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है। दो अक्तूबर को आसोज की अमावस्या है। इस दिन बिश्नोई समाज का बीकानेर जिले के मुकाम गांव में सालाना मेला लगता है। इस मेले में हरियाणा के बिश्नोई समाज से बड़ी संख्या में लोग जाते हैं।
पंजाब चुनावों में बदली थी तारीख
भाजपा की ओर से चुनाव आयोग को लिखे गए पत्र में यह भी कहा है कि आयोग पूर्व में भी मतदान की तारीख बदल चुका है। फरवरी 2022 में हुए पंजाब विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान का दिन आयोग ने 14 फरवरी तय किया था। इस दिन संत रविदास की जयंती होने की वजह से इसे बदल कर 16 फरवरी को वोटिंग करवाई गई। इसी पैटर्न पर हरियाणा भाजपा ने भी चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख में बदलाव की मांग की है।
वोटिंग डे से पहले और बाद में न हो छुट्टी
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की ओर से लिख गए पत्र में चुनाव आयोग को सुझाव भी दिया है और आग्रह भी किया है कि मतदान की तारीख ऐसे दिन तय की जाए, जिसके एक दिन पहले और एक दिन बाद सरकारी छुट्टी ना हो। अगर आगे-पीछे छुट्टियां मिल जाती हैं तो भी लोग परिवार के साथ बाहर जाने का कार्यक्रम बना लेते हैं। बड़ौली का कहना है – अगर इन बातों को ध्यान में रखते हुए वोटिंग का दिन तय हुआ तो प्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है।