राजपुरा, 25 अगस्त (निस)
पिछले लगभग साढ़े छह महीनें से मांगों को लेकर हरियाणा के बार्डरों पर मोर्चा लगा कर बैठे किसान जत्थेबंदियों की पटियाला में पंजाब व हरियाणा के अधिकारियों के साथ शनिवार को हुई बैठक बेनतीजा रही। बैठक के बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज भी वही बात हुई, जिसमें कहा गया कि आप बिना ट्रैक्टर-ट्राली के दिल्ली जाओ तो हमने पहले की तरह स्पष्ट तौर पर कहा कि ट्रैक्टर-ट्राली के बिना दिल्ली अंदोलन के लिये जाना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि क्या गांरटी है कि दो-चार दिनों में हमारी मांगे सरकार मान लेगी। वहां पर अगर अंदोलन के दौरान बारिश आ जाए और पानी भर जाये। आगे सर्दी आ रही है। क्या पता दिल्ली जाकर छह महीने लगे या साल, बिना ट्रैक्टर-ट्राली के दिल्ली जाना अंदोलन समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि हम दो सितंबर को सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला लेता है इसका इंतजार तब करें जब हम सुप्रीम कोर्ट गये हों, या हम पार्टी हों। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पहले आर्डर देखो, जिसमें केंद्र सरकार ने हलफनामा दिया हुआ है कि डा. स्वामी नाथन की रिपोर्ट लागू नहीं की जा सकती है। उसमें कारण भी बताया गया है। ऐसे में हम कैसे मान सकते हैं कि हमारी मांगे पूरी हो सकती हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज जज साहब भी कहते हैं कि हमारे कारण फैसले लेट हो रहे हैं, अगर अदालते स्पष्ट फैसले लेती तो किसी को अंदोलन करने की जरूरत नहीं थी। कंगना रणौत पर पूछे सवाल पर उन्होने कहा कि यह पहला मौका नहीं है कि कंगना ने किसानों को टारगेट किया है। वह जो भी बोलती हैं, वह बयान उसे नागपुर से लिख कर दिया जाता है। हमारे मुद्दों को भटकाने के लिए ऐसी टिप्पणियां की जाती हैं।