राजपुरा, 26 अगस्त (निस)
ट्रैफिक नियमों को ठेंगा दिखाकर व्यापारिक कार्यों में जुटी बिना नंबर की ट्रैक्टर ट्रालियां सड़क पर दौड़ने से दुर्घटना की स्थिति में पुलिस प्रशासन व दुर्घटना में घायल होने वाले के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती हैं। वहीं बिना तिरपाल ढकी ट्रैक्टर ट्रालियां प्रदूषण को बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों की सेहत से भी खिलवाड़ कर रही हैं, लेकिन प्रशासन की नजर इन ट्रैक्टर ट्रालियों पर नहीं पड़ रही। उल्लेखनीय है कि राजपुरा के शहरी इलाके में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रालियां सरकार को टैक्स दिये बिना रेत, बजरी, सीमेंट, ईंटें, मिट्टी आदि ढोने के अलावा अन्य कई तरह के व्यापारिक कार्यों में जुटी हुई हैं। इनमें से कुछ ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे नम्बर तक नहीं लिखा होता है। ऐसे में दुर्घटना की स्थिति में ऐसी ट्रैक्टर ट्राली को ढूंढना पुलिस के लिये बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है। इतना ही नहीं मिट्टी, रेत, बजरी, मलबा, सीमेंट, ईंटें आदि भरकर चलने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के चालक ट्रालियों को तिरपाल आदि से न ढककर प्रदूषण भी फैलाते हैं। व्यापारिक कार्यों में जुटी ट्रैक्टर ट्रालियां सरकार को कमर्शियल वाहन का टैक्स न देकर सरेआम सड़कों पर दौड़कर सरकार को चूना लगा रही हैं लेकिन इस पर प्रशासन न जाने क्यों चुप्पी धारण किये हुये है।
इस संबंध में जब ट्रैफिक पुलिस प्रभारी राजपुरा गुरबचन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो भी वाहन सड़क पर ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर चलते मिलते हैं, उनके नियमों के अनुसार चालान आदि किये जाते हैं। यहां तक कि कई बार इस तरह की ट्रैक्टर ट्रालियों को जब्त भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि जो भी वाहन किसी प्रकार के सरकारी नियमों को तोड़ता पाया गया, उसके खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।