संगरूर, 26 अगस्त (निस)
शिरोमणि अकाली दल को अलविदा कहने वाले हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने सुखबीर सिंह बादल पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुखबीर बादल का रवैया तानाशाहीपूर्ण है। वह मुझसे सीट छीन लेते थे और कहते थे कि देखूं तुम्हें राजनीति करनी है या नहीं। राजनीति करनी है तो तलवंडी साबो जाएं। डिंपी ढिल्लों ने कहा कि उन्हें आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा से ऑफर मिलते रहे हैं, लेकिन उन्होंने हाथ जोड़कर सभी को मना कर दिया। मगर साथ ही डिंपी ढिल्लों ने आम आदमी पार्टी में शामिल होने के संकेत भी दिए। डिंपी ढिल्लों ने कहा कि उनकी कहीं जाने की इच्छा नहीं थी लेकिन साथियों ने एक सुर में कहा कि सरकार के अभी ढाई साल बाकी हैं। इसलिए हमें हलके के विकास के लिए आम आदमी पार्टी के पास ही जाना चाहिए।
डिंपी ढिल्लों ने कहा कि वह आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान या उनके प्रतिनिधि से बैठक कर उनके सामने क्षेत्र की मांगें रखेंगे। अगर वे सभी मांगें और शर्तें मानने को तैयार होंगे तभी आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। डिंपी ढिल्लों सुखबीर सिंह बादल के काफी करीबी रहे हैं। वह गिद्दड़बाहा से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
वापस आ जायें डिंपी, सीट पक्की : सुखबीर बादल
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सोमवार को अपने निवास गांव बादल में गिद्दड़बाहा के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि डिंपी ढिल्लों उनके छोटे भाई हैं। वह जब चाहें अकाली दल में वापस आ सकते हैं। गिद्दड़बाहा की सीट डिंपी को दी जाएगी। डिंपी 10 दिन में वापस आ जाएं, उनकी सीट पक्की है।