ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 26 अगस्त
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने प्रदेश कांग्रेस के उन सभी नेताओं को पत्र लिखा है, जो चुनाव लड़ने के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। यह पत्र बूथ कमेटियों के गठन को लेकर है। उन नेताओं के नाम पर चर्चा नहीं होगी, जिन्होंने बूथ कमेटियां नहीं बनाई हैं। यही नहीं, जिन नेताओं ने बूथ कमेटियों के नाम पर लिस्ट में फर्जी नाम शामिल किए हुए हैं, वे भी टिकट की लाइन से बाहर हो सकते हैं।
बाबरिया ने यह भी कहा है कि विधानसभा चुनावों की घोषणा समय से करीब एक माह पूर्व होने की वजह से पार्टी को उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया को भी जल्द पूरा करना होगा। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकें शुरू हो रही हैं। यहां बता दें कि नब्बे हलकों के लिए 2250 से अधिक नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है। आवेदन करने वालों को दीपक बाबरिया नई दिल्ली बुलाकर उनका इंटरव्यू भी ले रहे हैं। आवेदनों की छंटनी का काम भी हो चुका है। सोमवार को वरिष्ठ नेता अजय माकन की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होनी थी। लेकिन स्क्रीनिंग कमेटी ने पैनल पर काम करने से पहले कांग्रेस के सभी सांसदों व लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के साथ वन-टू-वन मीटिंग की। अब मंगलवार को स्क्रीनिंग कमेटी हलकावार प्रत्याशियों के नाम पर मंथन शुरू करेगी। इधर, बाबरिया ने अपने पत्र में कहा है कि उनके द्वारा लिए गए इंटरव्यू के आधार पर नेताओं की ताकत और कमजोरी की पहचान करके उनका संक्षिप्त विवरण तैयार किया है।
इसके आधार पर स्क्रीनिंग कमेटी के सामने प्रमुख नामों को रखा जाएगा। उनका कहना है कि पार्टी के सामने यह बात आई है कि बड़ी संख्या में टिकटार्थियों ने विधानसभा संयोजक व जिला संयोजक को अपनी बूथ कमेटियों की लिस्ट नहीं सौंपी है। इससे यह बात स्पष्ट है कि जो व्यक्ति बूथ कमेटी नहीं बना सकते, वे चुनाव लड़ने की क्षमता भी नहीं रखते। बाबरिया ने इस बात की भी आशंका जताई है कि कांग्रेस की इस कमजोरी का भाजपा लाभ उठा सकती है। ऐसे में बूथ कमेटियों का गठन अनिवार्य है।