संगरुर, 28 अगस्त (निस)
पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में फर्जी भर्ती मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने सिक्योरिटी सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया है। सिक्योरिटी सुपरवाइजर द्वारा विदेश गए अपने बेटे और घर में साफ-सफाई का काम करने वाली महिला की फर्जी भर्ती कर लाखों रुपए का घोटाला किया गया है। विजिलेंस जांच के मुताबिक, सिक्योरिटी सुपरवाइजर रूपिंदर सिंह ने खुद अपने बेटे गुरप्रीत सिंह और घर में सफाई करने वाली महिला की भर्ती के लिए फॉर्म भरा और दोनों को भर्ती करवाया। सुरक्षा पर्यवेक्षक दैनिक ड्यूटी या कच्चे रजिस्टर में सुरक्षा कर्मियों के ड्यूटी प्वाइंट और समय सीमा तय कर कर्मचारियों के हस्ताक्षर कराता था। इसके आधार पर वह इन सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति पंजाबी यूनिवर्सिटी के आधिकारिक रजिस्टर में दर्ज कर संबंधित फर्मों को भेजता था।
विजिलेंस के मुताबिक रुपिंदर सिंह का बेटा गुरप्रीत सिंह 2015 में विदेश चला गया था, जबकि कुलदीप कौर कम पढ़ी-लिखी है और उसके घर में साफ-सफाई का काम करती थी। रूपिंदर सिंह घर पर काम करने के बदले में कुलदीप कौर को एक हजार रुपये देता था और यूनिवर्सिटी में उसकी उपस्थिति के संबंध में कच्चे रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए जाते थे। रूपिंदर की कुलदीप कौर की दिसंबर 2019 से सितंबर 2021 तक लगभग 25 महीने की राशि 2 लाख 56 हजार 624 रुपये और गुरप्रीत सिंह की सैलरी सितंबर 2015 से जून 2021 तक लगभग 65 महीने की राशि 6 लाख 07 हजार 448 रुपये थी। कुलदीप कौर के बैंक खाते की डिटेल के मुताबिक 19 महीने में कुल 1 लाख 84 हजार 994 रुपये और ग्रुप्रीत के बैंक की डिटेल के मुताबिक कुल 6 लाख 37 हजार 615 रुपये बैंक में ट्रांसफर किए गए हैं।