दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 28 अगस्त
हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है। बुधवार को दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक हुई। चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी सोमवार व मंगलवार को हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, लोकसभा सांसदों व चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से वन-टू-वन फीडबैक पहले ही ले चुकी है।
पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया व प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान की ओर से सभी नब्बे हलकों के लिए तैयार किए गए कच्चे पैनल भी स्क्रीनिंग कमेटी के पास भेजे जा चुके हैं। दरअसल, पार्टी ने टिकट के दावेदारों को आवेदन करने के लिए कहा था। 10 अगस्त तक आवेदन प्रक्रिया चली थी। इस दौरान नब्बे हलकों के लिए 2250 से अधिक नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया। आवेदनों की छंटनी के बाद प्रभारी व प्रदेशाध्यक्ष ने पैनल तैयार किए हैं।
चार से पांच दिन तक चलने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के पहले दिन राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर टिकट के लिए आए आवेदनों पर चर्चा शुरू हो गई। पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया की मौजूदगी में हुई इस बैठक में पहले दिन करीब डेढ़ दर्जन विधानसभा सीटों पर नाम तय करने की सूचना है। यह वे दावेदार हैं, जिनके टिकटों पर किसी तरह का विवाद नहीं है। स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से केंद्रीय चुनाव समिति के पास सभी पैनल एक साथ भेजे जाएंगे।
अजय माकन की अध्यक्षता वाली कमेटी में मणिकम टैगोर, जिग्नेश मेवानी और श्रीनिवास बीवी बतौर सदस्य शामिल हैं। इससे पहले बाबरिया की ओर से आवेदकों के इंटरव्यू लिए जा चुके हैं। उनकी ओर से बनाए गए पैनल में शामिल नेताओं के बारे में ब्रीफ नोट भी तैयार किया गया है, ताकि स्क्रीनिंग कमेटी को समझने में देर न लगे। बताते हैं कि कई ऐसे दावेदार हैं, जो पार्टी में पिछले 30 साल से भी अधिक समय से जुड़े हैं। वहीं ऐसे नेताओं के भी नाम पैनल में हैं, जो दूसरे दलों से कांग्रेस में आए हैं।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान की ओर से प्राइवेट एजेंसी से भी सभी नब्बे हलकों में मजबूत उम्मीदवारों के लिए सर्वे करवाया जा चुका है। माकन कमेटी सर्वे रिपोर्ट, पैनल के अलावा अंदरूनी तौर पर ली गई हलकावार रिपोर्ट का मिलान भी कर रही। इसी हिसाब से पैनल बनाए जाएंगे। माकन कमेटी की कोशिश रहेगी कि अधिकांश हलकों के लिए सिंगल नाम के पैनल बनाकर पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजे जाएं।
सिटिंग विधायकों पर हुई चर्चा
बताते हैं कि पहली बैठक में मौजूदा विधायकों के टिकट को लेकर चर्चा हुई। वर्तमान में पार्टी के 28 विधायक हैं। 2019 में कांग्रेस 31 सीटों पर चुनाव जीती थी। हालांकि अभी तक अाधिकारिक तौर पर सिटिंग-गेटिंग का फार्मूला लागू नहीं हुआ है। यानी मौजूदा विधायकों में से ऐसे नेताओं का टिकट कट भी सकता है, जिनकी ग्राउंड पर स्थिति कमजोर है। लोकसभा चुनावों की तरह इस बार विधानसभा में भी टिकट आवंटन में सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाया जा सकता है।