सोनीपत, 29 अगस्त (हप्र)
सोनीपत जिले में अगस्त माह के अंतिम दिनों में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। बुधवार शाम के बाद बृहस्पतिवार सुबह भी जिले के अधिकतर क्षेत्रों में झमाझम बरसात हुई। यही नही दिनभर आसमान में काले बादल छाए रहे और रुक-रुक हल्की बूंदाबांदी भी हुई। ऐसे में बृहस्पतिवार को एक तरफ जहां तापमान में गिरावट दर्ज हुई। वहीं शहरी क्षेत्रों में जलभराव के चलते आवागमन में परेशानी बनी रही। दरअसल, बंगाल की खाड़ी में निम्र दबाव क्षेत्र विकसित हुआ है। जिसका असर दिल्ली-एनसीआर में दिखाई दे रहा है। बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवाएं पहुंचने से मानसून का प्रभाव सोनीपत सहित आसपास के जिलों में दिखाई दे रहा है। पिछले कई दिनों से छिटपुट बरसात हो रही थी, लेकिन बृहस्पतिवार को मानसून के बादल पूरे जिले के आसमान में छा गए और अधिकतर क्षेत्रों में अच्छी बरसात दर्ज की गई।
कपास उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ी
अगस्त माह के अंतिम पखवाड़े में जिले में मानसून सक्रिय रहा है। जिसकी वजह से जिले के धान उत्पादक किसानों को बड़ी राहत मिली है, वहीं कपास उत्पादक किसानों की चिंता बढ़ गई है। बृहस्पतिवार को भी हुई बरसात से कपास की खेती पर प्रतिकूल असर पड़ा है। तेज हवाओं के साथ बरसात हुई है, ऐसे में कई स्थानों पर कपास के पौधे एक तरफ झुक गए है। मौजूदा समय में कपास पर फूल आने शुरू हो गए है, पौधों में वजन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में अगर और अधिक बरसात होती है और पौधों के गिरने का खतरा बढ़ जायेगा जिसका उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
गन्नौर क्षेत्र में 64 एमएम बरसात दर्ज
बृहस्पतिवार को गन्नौर ब्लॉक में 64 एमएम बरसात दर्ज हुई। राई में 59 एमएम, सोनीपत में 54 एमएम, खानपुर कलां में 37 एमएम, गोहाना में 21 एमएम तथा खरखौदा में 7 एमएम बरसात दर्ज की गई। बरसात से तापमान में भी गिरावट दर्ज हुई। दिन का तापमान 4 डिग्री कम होकर 29 डिग्री दर्ज हुआ, जबकि न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की कमी आई और तापमान 24 डिग्री दर्ज हुआ। बरसात की वजह से वायु गुणवत्ता का स्तर काफी बेहतर हो गया है। एक्यूआई 80 से नीचे बना हुआ है, जोकि सेहत के लिए अच्छा माना जाता है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मानसून इस समय काफी एक्टिव है। अगस्त माह के अंतिम दिनों तक बरसात के आसार बने रहेंगे। इस बार पिछले साल की अपेक्षा अगस्त माह में बरसात अधिक हुई है। सितंबर माह में भी अच्छी बरसात की उम्मीद की जा रही है। लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलेगी।~
-प्रो. चंद्रमोहन, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत