गुरुग्राम, 29 अगस्त (हप्र)
मंडलायुक्त रमेश चंद्र बिधान ने कहा कि निगम क्षेत्र में सभी जीवी पॉइंट्स को नियमित रूप से साफ किया जाए। इसके साथ साथ शहर में जिन स्थानों पर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में दिक्कतें पेश आ रही हैं। उन स्थानों पर ट्रैक्टर ट्रॉली की संख्या में इजाफा किया जाए। वहीं जिन गलियों में ट्रैक्टर का पहुंचना संभव नहीं है। वहां छोटे वाहनों का इस्तेमाल किया जाए। मंडलायुक्त लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में निगम क्षेत्र में जारी सफाई अभियान की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में डीसी निशांत कुमार यादव व नगर निगम के आयुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ सहित अतिरिक्त आयुक्त डॉ. बलप्रीत सिंह भी मौजूद रहे।
अभियान के तहत सफाई व्यवस्था में प्रतिदिन क्या और कितना सुधार हुआ, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की क्या स्थिति है व आमजन का क्या फीडबैक रहा। इसको लेकर प्रशासनिक स्तर पर निरंतरता में समीक्षा बैठक की जा रही है। संबद्धता के इसी क्रम में मंडलायुक्त रमेश चंद्र बिधान ने अभियान की निगरानी के लिए नियुक्त संबंधित अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी उनसे संबंधित वार्डों के तहत आने वाले घरों की गिनती करवाएं। इसके उपरांत उन घरों से कूड़े के डोर टू डोर कलेक्शन की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें। उसमें ऐसे घरों को चिन्हित करें जो अभी भी डोर टू डोर कलेक्शन सुविधा से अछूते हैं। उन्होंने कहा कि रिपार्ट तैयार करते समय उसमें संबंधित वार्ड अथवा कॉलोनी में डोर टू डोर कलेशन के लिए प्रतिदिन कितनी गाड़ी व रिक्शा लगाई गई इसका उल्लेख जरूर हो।
उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सुबह के समय आमजन के उठने से पहले ही सभी जीवी पॉइंट्स क्लियर हो जाएं। सफाई अभियान में संबंधित क्षेत्र की आरडब्ल्यूए के साथ तालमेल अवश्य किया जाए ताकि उनसे फीडबैक लेकर कुछ आवश्यक बदलाव करने हों तो वह भी किए जा सकें।
बैठक में निगमायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि समूचे निगम क्षेत्र में पोटहोल्स को भरने का काम निरन्तर जारी है। सभी जेई को आगामी चार दिन में पोटहोल्स को भरने का लक्ष्य दिया गया है। इसके साथ ही 22 सेकंडरी पॉइंटस में से 17 पर व्यू कटर लगाया जा चुका है व 5 पर काम जारी है।
उन्होंने सी एंड डी वेस्ट के उठान की जानकारी देते हुए बताया कि शहर में प्रति दिन 60 डम्फर के माध्यम से 8 से 9 हजार टन वेस्ट का उठान किया जा रहा है। इसके साथ-साथ निगरानी टीम यह भी सुनिश्चित कर रही है कि आमजन सड़क अथवा खुले क्षेत्र में सी एंड डी वेस्ट न डालें।