सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 29 अगस्त
पंजाब से अलग होने के बाद अस्तित्व में आए हरियाणा को पहला मुख्यमंत्री यमुनानगर हलके ने दिया था। पंडित भगवत दयाल शर्मा ने चुनाव लड़ा, विजयी और मुख्यमंत्री बने। यमुनानगर विधानसभा सीट पर छह बार कांग्रेस की जीत हुई है। जबकि 4 बार बीजेपी, एक बार आईएनएलडी, जनता पार्टी और जनसंघ ने यह सीट जीती। इस विधानसभा सीट से दो बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी के विधायक लगातार चुने गए। पहली बार 2000 और 2005 में कांग्रेस ने लगातार दो बार जीत दर्ज की दूसरी बार बीजेपी ने 2014 और 2019 में लगातार जीत दर्ज की। यहां ज्यादातर समय कांग्रेस के राजेश कुमार शर्मा और बीजेपी की डॉ़ कमला वर्मा के बीच मुकाबला होता रहा। 1982 और 1991 में जहां राजेश कुमार शर्मा विजय हुए, मंत्रिमंडल में मंत्री बने। वहीं भाजपा की डॉ़ कमला वर्मा 1977, 1987 और 1996 में विधायक और मंत्री बनी। भाजपा के घनश्याम दास अरोड़ा लगातार दो बार यहां से विधायक बन चुके हैं। क्या वह हैट्रिक लगाए पाएंगे। यह चुनाव परिणाम आने के बाद पता चलेगा। कांग्रेस के डॉ़ जयप्रकाश शर्मा 2000 में यहां से चुनाव लड़कर विजय हुए थे और उनकी पत्नी डॉ़ कृष्णा पंडित 2005 में यहीं से चुनाव लड़कर विधायक और संसदीय सचिव रही। यमुनानगर में पहले चुनाव के समय इस क्षेत्र में मात्र 57429 मतदाता थे। जिनकी संख्या आज बढ़कर 2 लाख 23998 पहुंच चुकी है। यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र से 1982 के चुनाव में बीजेपी की डॉ़ कमला वर्मा को मात्र 63 वोटो से हराकर कांग्रेस के राजेश शर्मा ने जीत दर्ज की थी। जबकि 2019 के चुनाव में बीजेपी के घनश्याम दास अरोड़ा ने इनेलो के दिलबाग सिंह को 1455 वोटो से हराकर जीत दर्ज की। सबसे ज्यादा वोटो से जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बीजेपी के घनश्याम दास अरोड़ा के नाम है जिन्होंने 2014 के चुनाव में इनेलो के दिलबाग सिंह को 28000 से अधिक वोटो से हराकर विजय हासिल की थी। वहीं 2005 के चुनाव में कांग्रेस की डॉ़ कृष्णा पंडित ने बीजेपी के घनश्याम दास अरोड़ा को 24500 वोटो के अंतर से हराकर जीत दर्ज की थी। यमुनानगर में इस समय कांग्रेस की टिकट चाहने वालों की लिस्ट सबसे लंबी है। कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन करने वाले 41 नेता है। इन्होंने कांग्रेस की निर्धारित फीस भर के आवेदन किया है। वहीं आईएनएलडी ने काफी समय पहले ही दिलबाग सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था जो आईएनएलडी और बीएसपी के सांझे उम्मीदवार हैं।