ओम रतूड़ी, देहरादून, 31 अगस्त
Kedarnath helicopter fell: केदारनाथ में एक हेलिकॉप्टर में खराबी आ गई। उसे ठीक करने के लिए दूसरे हेलिकॉप्टर के जरिये उसे टोचन कर लाया जा रहा था, लेकिन केदारनाथ में थारू कैंप के पास हेलिकॉप्टर की चेन टूट गई और खराब हेलिकॉप्टर नदी में गिर गया।
#केदारनाथ में एक #हेलिकॉप्टर में खराबी आ गई। उसे ठीक करने के लिए दूसरे #MI17 हेलिकॉप्टर के जरिये टोचन कर लाया जा रहा था, लेकिन केदारनाथ में थारू कैंप के पास हेलिकॉप्टर की चेन टूट गई और खराब हेलिकॉप्टर नदी में गिर गया। #Kedarnath #rudraprayag pic.twitter.com/xP8BAEpj14
— KAMLESH BHATT कमलेश भट्ट (@kamleshcbhatt) August 31, 2024
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गनीमत यह रही कि जिस क्षेत्र में हेलिकॉप्टर गिरा वहां आबादी नहीं थी। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। बताया जा रहा है कि यह हेलिकॉप्टर कुछ दिन से खराब था। उसकी मरम्मत होनी थी। MI-17 हेलिकॉप्टर से इस हेलिकॉप्टर को लिफ्ट किया जा रहा था। इसी दौरान वायर टूटने से हादसा हुआ।
An #IAF Mi-17 V5, while airlifting damaged Kestrel civil helicopter in Uttarakhand today, had to jettison the load due to flight safety reasons. The crew safely released the load over an unpopulated area, ensuring no damage to life or property. An enquiry has been ordered.…
— Indian Air Force (@IAF_MCC) August 31, 2024
वहीं, वायुसेना ने एक्स पर एक पोस्ट डाली है, जिसमें वायु सेना ने कहा कि सुरक्षा कारणों से क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर को नीचे गिराना पड़ा। वायुसेना ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। वायुसेना ने एक्स पर लिखा, आज उत्तराखंड में क्षतिग्रस्त केस्ट्रेल सिविल हेलीकॉप्टर को ले जाते समय भारतीय वायुसेना के एमआई-17 वी5 को उड़ान संबंधी सुरक्षा कारणों से भार को नीचे गिराना पड़ा।’ वायुसेना ने कहा, ‘चालक दल ने भार को सुरक्षित रूप से एक निर्जन क्षेत्र में छोड़ दिया, जिससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।’