उचाना, 30 अगस्त (निस)
उचाना हलके के करसिंधु गांव पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। पूर्व डिप्टी सीएम एवं जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने भाजपा से गठबंधन के सवाल पर कहा है कि जो गलती हुई है, वह दोबारा नहीं दोहराएंगे।
मनोहर लाल पर अटैक करते हुए दुष्यंत ने कहा कि वे तो जाते जाते उनको (मनोहर) को ले बैठे। जींद में भाजपा की रैली में अमित शाह के आगमन पर उन्होंने कहा कि चुनाव जनता को लड़ना है। मोदी आएं या राहुल गांधी, इससे चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला, जनता सब समझती है।
उन्होंने एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके डूमरखां गांव में जाने से बीरेंद्र सिंह में घबराहट साफ दिख रही है।
बता दें कि डूमरखां कलां गांव चौ. बीरेंद्र सिंह का पैतृक गांव है। दुष्यंत ने कहा कि वे उचाना हलके के 66 के 66 गांव का दौरा पूरा कर चुके हैं। भाजपा सांसद कंगना रणौत के किसानों पर दिए बयान पर दुष्यंत चौटाला ने इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सांसद की किसानों के बारे में क्या सोच है। उनका बयान बेहद आपत्तिजनक है और यह भाजपा की मानसिकता को दिखाता है।
एक सांसद आज किसान वर्ग को किस तरीके से देख रही है, यह स्पष्ट हो चुका है। पूर्व सीएम मनोहर लाल के एक बयान कि – हमें उनकी (जजपा) जरूरत नहीं है, पर दुष्यंत चौटाला ने पलटवार किया कि ‘मैं कौन सा उनकी जरूरत की मांग का इंतजार कर रहा हूं। भाजपा को जब जरूरत थी तो उनके राष्ट्रीय लेवल के नेताओं ने उनसे बात की थी। मगर मैं जाते जाते उनको (मनोहर) ले बैठा’।
बीरेंद्र सिंह ने दुष्यंत पर बोला जुबानी हमला
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह बृहस्पतिवार देर शाम उचाना पहुंचे। यहां पर कार्यकर्ताओं से रुबरू हुए। उन्होंने दुष्यंत चौटाला पर जुबानी हमला बोला। जींद में भाजपा की रैली सहित विभिन्न सवालों पर वो खुल कर बोले। दुष्यंत पर पलटवार करते हुए सिंह ने कहा कि अब डूमरखां आए या उचाना कोई फर्क नहीं पड़ता, मेरा गला तो ठीक है अब दुष्यंत का गला बैठेगा। इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने चौधरी बीरेंद्र सिंह का गला बैठने को लेकर बयान दिया था। कांग्रेस हाईकमान द्वारा सिटिंग सांसद, राज्यसभा सदस्य के चुनाव न लड़ने के फैसले पर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इसमें ये भी फैसला है कि अगर किसी को चुनाव लड़ना है, तो कांग्रेस अध्यक्ष इसको इजाजत दे देंगे, फिर चुनाव लड़ सकते हैं। प्रचार सभी करेंगे चाहे एमपी हैं, विधायक रहे हैं चाहे वो सांसद का चुनाव हार चुके हो। कांग्रेस पार्टी द्वारा लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाने के सवाल पर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सर्वे दो, तीन किस्म के होते हैं। मेरी राय है कि जो कांग्रेस की मजबूत सीटें हैं। पहले ये सर्वे करवाओ की कांग्रेस की मजबूत कौन सी सीट है। अगर 90 में से 50-55 सीट वहां अच्छे लोगों को टिकट देकर भेजे, तो जरूर जीतेंगे ही।