कैथल, 31 अगस्त (हप्र)
गांव बंदराणा निवासी 18 वर्षीय विशाल की बेलारूस में मौत से पूरे गांव में मातम का माहौल है। शनिवार को विशाल का शव दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर परिजन व ग्रामीण सीधे ढांड पहुंचे और न्याय की मांग को लेकर शव को पंचमुखी पर रख कर धरना दे दिया। नायब तहसीलदार अचिन व डीएएसपी बीरभान मौके पर पहुंचे और धरना दे रहे ग्रामीणों का समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े किये। पूर्व मंत्री नरेंद्र शर्मा, राम कुमार, रजनीश, रमेश अमित, राजीव, भीम सिंह, राज कुमार सरपंच ब्लाक समिति सदस्य सूरजभान ने कहा कि 22 अगस्त को ढांड पुलिस ने गांव में जाकर सूचना दी थी कि विशाल की बेलारूस में मौत हो गई है। उसके बाद परिजनों की ओर से औंगद जिला करनाल निवासी आरोपी एजेंट सियाराम सरपंच, अंकित राणा व सतपाल के खिलाफ शिकायत दी थी। 28 अगस्त को जीरो एफआइआर दर्ज कर निसिंग थाने में मामला ट्रासफर कर अपने पल्ला झाड़ लिया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है। जब बंदराणा गांव ढांड थाने में पड़ता है और हमने शिकायत भी यहीं पर दर्ज करवाई है तो निसिंग थाने में शिकायत क्यों ट्रांसफर की गई। ग्रामीणों ने कहा कि हत्यारों के खिलाफ मामला कैथल सीआइए में दर्ज हो और उनकी अभी गिरफ्तार हो। उन्होंने बताया कि विशाल काम के सिलसिले मेंं अर्मेनिया गया था। औंगद निवासी एजेंट अंकित ने साढ़े 7 लाख में उसे जर्मनी भेजने के लिए कहा। आरोपी अंकित ने उसे बेलारूस में बुला लिया। वहां विशाल की परिजनों के साथ बात हुई तो पता चला कि उसकी टांग पर चोट है। 7 अगस्त को फिर उसकी बात परिजनों से होती है और परिजन चोट से भयभीत होकर उसे वापस घर बुलाने की कहते हैं। इसके बाद से उनका संपर्क नहीं हो सका।
परिजन औंगद निवासी एजेंट से बात करते रहे कि हमारे बेटे से बात करवा दो। आखिरकार 22 अगस्त को पुलिस द्वारा उन्हें सूचना दी जाती है कि विशाल की बेलारूस में मौत हो गई है।
डीएसपी बोले-जल्द गिरफ्तार होंगे आरोपी
डीएसपी बीरभान का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जो भी कार्रवाई होगी अवश्य करेंगे। मामला निसिंग थाने में है, उसे कैथल में लाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।