शिमला, 1 सितंबर(हप्र)
हिमाचल की पावन धरा, जहां कण-कण में भक्ति और आस्था की गूंज रची-बसी है, अब एक नई परंपरा की साक्षी बनने जा रही है। इस देवभूमि की पवित्रता और आध्यात्मिकता का अनुभव जन-जन तक पहुंचाने और प्रदेश में धार्मिक-सांस्कृतिक पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाने के उद्देश्य से ‘माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है। 14 से 16 सितंबर तक ऊना जिले के अंब में आयोजित होने जा रहा यह महोत्सव केवल एक उत्सव मात्र नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति, और समृद्धि का एक महाकुंभ होगा। माता श्री चिंतपूर्णी, जिन्होंने अनादि काल से अपने भक्तों की चिंताओं का निवारण किया है, अब इस महोत्सव के माध्यम से एक नया और अद्वितीय अनुभव प्रदान करने वाली हैं। इस तीन दिवसीय महोत्सव में धर्म, संस्कृति, और मनोरंजन का ऐसा अद्वितीय संगम देखने को मिलेगा, जो श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव बनेगा।
यह आयोजन हिमाचल की धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि को वैश्विक मंच पर लाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। साथ ही यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी गति देने में सहायक सिद्ध होगा। महोत्सव की शुरुआत 14 सितंबर को माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर से एक भव्य शोभायात्रा के साथ होगी, जो एसडीएम कार्यालय अंब तक जाएगी।