वीरेन्द्र प्रमोद/निस
लुधियाना, 1 सितंबर
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि पंजाब में आंगनबाड़ियों में करोड़ों रुपए के घोटाले हुए है। इसकी जांच सीबीआई या हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से कराने की मांग की है। पत्रकारों से आज यहां बातचीत में पंजाब भाजपा इकाई के महामंत्री अनिल सरीन ने आरोप लगाया कि मासूमों और उनकी माताओं को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के नाम पर पंजाब सरकार द्वारा अति घटिया, फंग्सयुक्त जहरीला भोजना परोसा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओ और छह वर्ष तक की आयु के बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाने के लिए इस योजना को देशभर में आंगनबाड़ी योजना के अंतर्गत शुरू किया हुआ है । इसपर होने वाला खर्च केंद्र सरकार वहन करती है लेकिन उसका प्रबंधन व व्यवस्था राज्य सरकारों की होती है । भाजपा नेता नें कहा कि सभी नियमों उप नियमों , तय मापदंडों और सुप्रीम कोर्ट की इस हेतु जारी गाइडलाइंस को ताक पर रखकर पंजाब सरकार ने राज्य सरकार के सहकारिता क्षेत्र में आने वाली वेरका मिल्क प्लांटों की ओर से देसी घी की पंजीरी व लाभर्थियों को मिलने वाली अन्य सामग्री की सप्लाई बंद कर उनका आर्डर अपनी चहेती कंपनियों को दिया है। भाजपा महामंत्री अनुसार इन कंपनियों के पास उक्त पौष्टिक भोजन तैयार करने के लिए न तो पर्याप्त मशीनरी है और न ही प्रयुक्त सामग्री और न ही कोई अनुभव। भाजपा नेता ने बताया कि दशकों से सरकारी कंपनी वेरका के बठिंडा, संगरूर, अमृतसर , लुधियाना और जालंधर स्थित मिल्क प्लांटों में शिशुओं और उनकी माताओं को परोसने वाले भोजन की सामग्री तैयार होती थी और ऐसा की दशकों से हो रहा था ।
सरीन ने कहा कि जब से निजी क्षेत्र में अपनी चार चेहती कंपिनयों को यह आर्डर दिया गया है तब से भोजन के नाम पर लाभार्थियों को फंगस युक्त जहरीला भोजन दिया जा रहा है । उन्होंने यह भी कहा कि जब आंगनबाड़ी के कुछ केंद्रों से इसके विरोध में आवाज उठाई तो उनको दवाने को लिए सरकारी अत्याचार शुरू कर हो गया । जब आंगनबाड़ी के खरड़ और रईया केंद्रों में भोजन पर आपत्ति की और उसे घटिया बताया तो पंजाब सरकार ने ऐसा करने वाले अधिकारियों को निलंबित कर दिया और संगठन के कई पदाधिकारियों को भी हटा दिया।